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योगी राज में अब तक 186 एनकाउंटर, रिपोर्ट में अब क्या सवाल खड़े हुए?

पांच हजार से ज्यादा अपराधियों को पैर में गोली लगी है.

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योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला एनकाउंटर 31 मार्च 2017 को हुआ था. (फोटो: रॉयटर्स/PTI)

एनकाउंटर कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार (UP Encounter) पर पर कई सवाल खड़े होते रहते हैं. लगातार बयानबाजी होती रहती है. इस बीच एक आंकड़ा सामने आया है. इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े भूपेंद्र पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में हर 15 दिन में एक से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं.

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रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश में कुल 186 एनकाउंटर हुए हैं. वहीं पिछले छह सालों में पुलिस कार्रवाई के दौरान 5 हजार से अधिक अपराधियों को पैर में गोली लगी है. यानी हर 15 दिन में 30 से ज्यादा अपराधियों के पैर में गोली लगी है.

96 के खिलाफ हत्या के मामले दर्ज थे

एनकाउंटर एक्शन से जुड़े रिकॉर्ड्स में पता चला है कि जिन 186 अपराधियों के एनकाउंटर हुए हैं, उनमें से लगभग 96 अपराधियों के खिलाफ हत्या के मामले दर्ज थे. वहीं उनमें से दो के खिलाफ छेड़छाड़, गैंगरेप और POSCO एक्ट की धाराओं के तहत मामले दर्ज थे.

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रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साल 2016 से 2022 के बीच लगभग सभी तरह के अपराधों में गिरावट देखने को मिली है. मसलन, डकैती के मामलों में 82 फीसदी गिरावट हुई है. वहीं, मर्डर के मामले 37 फीसदी तक नीचे आए हैं. वहीं एनकाउंटर से जुड़े इन आंकड़ों पर यूपी के स्पेशल DG प्रशांत कुमार ने बताया,

“पुलिस एनकाउंटर हमारी स्ट्रैटजी का हिस्सा है. ये जघन्य अपराधों को रोकने और शातिर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए हमारी स्ट्रैटजी है.”

केस फाइल बंद हो जाती है

रिपोर्ट के अनुसार, एनकाउंटर से जुड़े इन आंकड़ों से ये भी सामने आया है कि ज्यादातर एनकाउंटर के मामलों में सवाल-जवाब भी नहीं होते हैं. ना ही ये केस कोर्ट में चैलेंज किए जाते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, 186 में से 161 मामलों की मजिस्ट्रियल जांच पूरी की जा चुकी है. लेकिन इन सभी मामलों का बिना किसी आपत्ति के निपटारा कर दिया गया है. आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि पुलिस ने 186 एनकाउंटर में से 156 मामलों में अपनी क्लोजर रिपोर्ट भी दाखिल कर दी है. संबंधित अदालतों ने 141 मामलों में इसे स्वीकार भी कर लिया है. 15 मामले अभी भी कोर्ट में लंबित हैं.

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रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ के CM बनने के बाद पहला एनकाउंटर 31 मार्च 2017 को किया गया था. वहीं, हालिया एनकाउंटर में 14 मई को पुलिस ने उमेश चंद्र उर्फ कल्लू और रमेश को मार गिराया था. दोनों पुलिस कांस्टेबल भेड़जीत सिंह की हत्या में आरोपी थे.

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