भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना (Agnipath) का पूरे देश में विरोध हो रहा है. इस मुद्दे पर सियासत भी गरमा गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने सोमवार, 20 जून को विधानसभा में केंद्र पर निशाना साधा. ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि BJP इस नई भर्ती योजना के जरिए अपने लिए एक 'सशस्त्र कैडर' बनाने की कोशिश कर रही है.
ममता बनर्जी बोलीं- 'अग्निपथ के जरिए BJP अपना बंदूकधारी कैडर तैयार करेगी'
ममता बनर्जी से पहले एचडी कुमारस्वामी ने 'अग्निपथ' को आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा बताया था

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ममता ने कहा कि अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों का अपमान है. उन्होंने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें पार्टी के ऑफिस में गार्ड रखना होगा तो वे पहले अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे. विजयवर्गीय के इसी बयान पर ममता बनर्जी ने कहा,
“केंद्र सरकार ने कहा था कि वो युवाओं को रोजगार देंगे, लेकिन ये तो अग्निपथ के नाम पर चार साल के लिए लॉलीपॉप पकड़ा रहे हैं. चार साल बाद जो 75 फीसदी युवा वापस आएंगे, क्या उनको भाजपा अपने यहां चौकीदार की नौकरी देगी?”
इसके अलावा ममता ने बीजेपी पर इस योजना को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा,
'सेना पर कब्जा करना चाहती है आरएसएस': कुमारस्वामी“जो युवा ४ साल बाद वापस आएंगे उनसे बीजेपी अपना 'सशस्त्र कैडर' बनाएगी. ये बीजेपी की वोट लूटने में मदद करेंगे और पार्टी के ऑफिस की रक्षा करेंगे. बीजेपी युवाओं के हाथों में हथियार देना चाहती है.”
ममता बनर्जी से पहले सोमवार को कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि आरएसएस अग्निवीरों का इस्तेमाल सेना पर कब्जा करने और भारत में नाजी शासन शुरू करने के लिए करेगा.
कुमारस्वामी ने कहा कि अग्निपथ सेना पर नियंत्रण करने के लिए आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा है. उन्होंने जर्मनी में नाजी पार्टी की याद दिलाते हुए कहा कि भारत में नाजी आंदोलन की शुरुआत अग्निपथ से होगी और इसमें अग्निवीरों का इस्तेमाल किया जाएगा. कुमारस्वामी ने इस योजना को 'आरएसएस का अग्निपथ' करार दिया.
सेना ने क्या कहा?अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के बीच सोमवार, २० जून को आर्मी चीफ मनोज कुमार पांडेय ने आजतक को इंटरव्यू दिया. इसमें उन्होंने कहा,
‘अग्निपथ योजना युवाओं और देश के लिए फायदेमंद है. इससे सेना की प्रोफाइल यूथफुल होगी. हमारे जवान तकनीकी रूप से काफी दक्ष होंगे और भविष्य में हथियार प्रणाली और उपकरणों को बेहतर तरीके से यूज कर सकेंगे. इस योजना से सेना में यूथ और अनुभव का बैलेंस बढ़ेगा.’
सेना प्रमुख मनीज पांडे ने अग्निवीरों के बारे में बताते हुए ये भी कहा कि जब 4 साल बाद युवा समाज में वापस जाएगा तो उसके पास विशेष योग्यता होगी, फौज की वैल्यू, अनुशासन के अलावा, वह समाज में अपनी अलग जगह बना पाएगा. इससे उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.