उत्तर प्रदेश में BJP विधायक मंजू त्यागी पर चुनाव नॉमिनेशन प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगा है (BJP MLA Manju Tyagi Viral). मामला सहकारी समिति के चुनावों से जुड़ा है. नॉमिनेशन के दौरान मंजू त्यागी ने कथित तौर पर चुनाव अधिकारी के हाथ से बाकी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र छीन लिए. वो भी SDM की मौजूदगी में. घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. मंजू त्यागी लखीमपुर जिले के श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र से BJP विधायक हैं.
सपा नेता ने चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया, BJP विधायक अफसर के हाथ से छीनकर निकल गईं, वीडियो वायरल
Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष अनुराग पटेल ने दावा किया कि मंजू त्यागी ने नॉमिनेशन प्रक्रिया को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया. सपा नेताओं ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग की है. वीडियो में क्या-क्या दिखा?
आजतक से जुड़े अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना 12 सितंबर की है. समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष अनुराग पटेल ने दावा किया कि मंजू त्यागी ने नॉमिनेशन प्रक्रिया को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया. सपा नेताओं ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर जिला मजिस्ट्रेट से मिलने की घोषणा की है. उन्होंने BJP विधायक की इस हरकत की आलोचना की और इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का प्रयास बताया है.
घटना का वीडियो सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने पोस्ट शेयर किया,
लखीमपुर के श्रीनगर विधानसभा से भाजपा विधायिका मंजू त्यागी ने गन्ना समिति के चुनाव का पर्चा SDM के हाथ से छीन लिया और तेजी से भाग गईं और योगी सरकार के अफसर मुंह ताकते रह गए और विधायिका के समर्थकों से गाली भी खाए. अब सीएम योगी बताएं कि उनका बुलडोजर किस बिल में घुस गया है? क्या यही है सुरक्षा व्यवस्था और निष्पक्ष चुनाव? शर्म करें बेशर्मी छोड़ें और स्वीकार करें कि वो यूपी में गुंडई, माफियागिरी के पोषक और निर्देशक खुद हैं. सत्ता की ताकत और सत्ता के मद से ये गुंडई यूपी में चल रही है और खुद सीएम योगी इसके संरक्षणदाता हैं.
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इधर, BJP का कुछ और ही दावा है. जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने सपा नेताओं पर नामांकन प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि मंजू त्यागी वहां कार्यकर्ताओं के बुलाने पर पहुंची थीं. वहीं रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि चुनाव के लिए 16 नामांकन पत्र खरीदे गए थे, लेकिन 12 सितंबर को कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया. उन्होंने मंजू त्यागी पर लगे आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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