बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब (Bypoll results) सहित देश के 7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. 13 सीटों में से कांग्रेस 4, टीएमसी 4, भाजपा 2 और AAP-डीएमके-निर्दलीय ने 1-1 सीट जीती है. बिहार की रुपौली विधानसभा सीट की रोचक जंग में आखिरकार निर्दलीय शंकर सिंह को जीत मिल गई है (bihar rupauli seat bypoll result). उन्होंने 8 हजार 211 वोटों से जेडीयू (JDU) के कलाधर मंडल को हराया. शंकर सिंह को 67,779 वोट मिले. जबकि कलाधर मंडल को 59,586 वोट मिले हैं. वहीं, रुपौली से 5 बार की विधायक और RJD प्रत्याशी बीमा भारती पहले राउंड से ही तीसरे नंबर पर रहीं. उन्हें 30 हजार 108 वोट मिले हैं. बीमा भारती को लोकसभा चुनाव में भी करारी शिकस्त मिली थी.
JDU-RJD का खेल निर्दलीय ने बिगाड़ा, हिमाचल में कांग्रेस और मजबूत, सभी 13 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आए
Bihar, West Bengal, Madhya Pradesh, उत्तराखंड और पंजाब सहित देश के 7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. बिहार की रुपौली सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बाजी पलट दी. उन्होंने मुकाबला जीत लिया है. RJD उम्मीदवार बीमा भारती तीसरे स्थान पर रही हैं. किस सीट का क्या परिणाम रहा?

Congress BJP से आगे निकली
हिमाचल प्रदेश की तीन सीटों के नतीजे आ गए हैं. तीन में से दो सीटें कांग्रेस के खाते में गई है. देहरी सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने जीत दर्ज की है. तो हमीरपुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी आशीष शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा को हराया है. वहीं नालागढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने बीजेपी प्रत्याशी केएल ठाकुर को 8 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है.
उत्तराखंड की मंगलोर विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर में कांग्रेस प्रत्याशी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बीजेपी प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना को 449 वोटों से हरा दिया है. जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला ने बीजेपी के राजेंद्र भंडारी को तीन हजार से ज्यादा वोटों से मात दी है. राजेंद्र भंडारी इस सीट से कांग्रेस विधायक थे. और लोकसभा चुनावों से पहले विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे.
West Bengal की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. TMC ने इस उपचुनाव में क्लीन स्वीप करते हुए चारो सीटें जीत ली हैं. बंगाल की रायगंज, बागदा, राणाघाट और मानिकतला सीट पर TMC उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इन सीटों पर 10 जुलाई को वोटिंग हुई थी.
पंजाब (Punjab Bypoll result) की जालंधर सीट से AAP उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी शीतल अंगुराल को 37,325 वोटों से हराया. कांग्रेस प्रत्याशी सुरिंदर कौर तीसरे स्थान पर रहीं.
मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट भाजपा 3252 वोटों से जीत गई है. कांग्रेस 17वें राउंड तक आगे थी. आखिरी के तीन राउंड में बाजी पलटी और भाजपा जीत गई. इस सीट पर बीजेपी के कमलेश प्रताप ने कांग्रेस उम्मीदवार धीरेन शाह को हराया है.
तमिलनाडु के विक्रमवंडी विधानसभा सीट पर डीेएमके उम्मीदवार ने NDA की सहयोगी पार्टी पीएमके के उम्मीदवार को हरा दिया है.
पिछले चुनावों में इन 13 सीटों में से बीजेपी ने 3 सीटें जीती थीं. अन्य 10 में से कांग्रेस ने 2 और अन्य पार्टियों ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
13 सीटों पर क्यों हुआ उप चुनाव?
बिहार की रुपौली सीट से विधायक रहीं बीमा भारती JDU में थीं. पार्टी छोड़कर RJD में आईं, विधायकी से इस्तीफा दिया और पूर्णिया से इस साल हुआ लोकसभा चुनाव लड़ीं. लोकसभा चुनाव बुरी तरह हार गईं. इस वजह से रुपौली विधानसभा में अब उप चुनाव हुआ.
हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. इन तीन सीटों पर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हो गई थीं. इन विधायकों ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट किया था और बाद में वे पार्टी में शामिल हो गए थे. ऐसे में उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गई थी. इसलिए इन सीटों पर उपचुनाव हुए.
बंगाल की चार सीटों में से तीन पर भाजपा विधायक, टीएमसी में शामिल हो गए थे और हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव लड़े थे, हालांकि उन्हें चुनावों में हार मिली. ये लोकसभा सीटें - रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बाघा - हैं. वहीं, टीएमसी विधायक साधन पांडे के निधन के बाद खाली हुई मानिकतला सीट पर भी उपचुनाव हुए. 20 फरवरी 2022 को उनका निधन हो गया था.
उत्तराखंड में दो सीटों पर उपचुनाव हुए. पौड़ी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र की 14 सीटों में से एक बद्रीनाथ विधानसभा सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के मार्च में इस्तीफा देने और उसके बाद भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी. कांग्रेस ने बद्रीनाथ सीट से लखपत बुटोला को प्रत्याशी बनाया था. इसके अलावा मंगलौर सीट पर भी वोटिंग हुई थी. भाजपा ने मंगलौर विधानसभा सीट से करतार सिंह भड़ाना को प्रत्याशी बनाया था. भड़ाना हरियाणा और उत्तर प्रदेश में विधायक रह चुके हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. जबकि कांग्रेस ने मंगलौर सीट से पूर्व विधायक काजी मोहम्मद निजामुद्दीन पर दांव लगाया.
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मध्य प्रदेश में भी एक सीट पर उपचुनाव हुआ. छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह और कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती के बीच था. आदिवासी बहुल सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी मैदान में थी. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 2003 में यहां से चुनाव जीत चुकी है.
तमिलनाडु की विक्रवंदी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव हुए. यहां डीएमके और एनडीए की सहयोगी पीएमके के बीच मुकाबला था. विक्रवंदी में 6 अप्रैल को डीएमके के विधायक एन पुगझेंथी का निधन हो गया था, जिससे ये सीट खाली हुई है. AIADMK ने उपचुनाव का बहिष्कार किया था. उसका दावा था कि ये उपचुनाव लोकतांत्रिक तरीके से नहीं होगा.
पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुए. यह चुनाव विधायक शीतल अंगुरल के इस्तीफे के बाद हो रहा था. जो लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. आम आदमी पार्टी ने यहां से मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया था. वहीं बीजेपी ने शीतल अंगुरल को टिकट दिया था. कांग्रेस ने सुरिंदर कौर को प्रत्याशी बनाया था. जबकि बसपा ने बिंदर कुमार को टिकट दिया था. इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल ने बसपा का समर्थन किया था. उन्होंने पहले अपना प्रत्याशी उतारा था, लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया.
वीडियो: रुपौली उपचुनाव: RJD उम्मीदवार बीमा भारती पर बरसे CM नीतीश कुमार