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भोपाल में कॉन्स्टेबल ने छुट्टी के लिए अर्जी में ऐसा क्या लिखा कि DIG ने कार्रवाई कर दी?

साले की शादी के लिए छुट्टी मांगी थी

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भोपाल में एक पुलिस कॉन्स्टेबल को छुट्टी की अर्जी में एक लाइन एक्स्ट्रा लिखना भारी पड़ गया. (प्रतीकात्मक फोटो - इंडिया टुडे)
भोपाल में एक पुलिसवाले को छुट्टी की अर्ज़ी देना महंगा पड़ गया. अर्ज़ी में कॉन्स्टेबल ने ऐसी बात लिख दी कि उसे लाइन हाजिर कर दिया गया. दिलीप कुमार अहिरवार भोपाल ट्रैफिक पुलिस में कॉन्स्टेबल तैनात थे. उन्होंने एक शादी में शामिल होने के लिए 5 दिनों की छुट्टी के लिए लिखित आवेदन दिया. उन्होंने लिखा,
"महोदय,सविनम्र निवेदन है कि मैं प्रार्थी आरक्षक दिलीप कुमार अहिरवार बैज आपके अधिनस्थ थाना यातायात भोपाल में पदस्थ हूं. श्रीमान जी, प्रार्थी के सगे साले की शादी 11 दिसंबर 2020 को है, जिसमें प्रार्थी का जाना अति आवश्यक है. अतः श्रीमान जी से विनम्र निवेदन है कि प्रार्थी को 5 दिन का विशेष अवकाश प्रदान करने की कृपा करें. प्रार्थी सदैव आपका आभारी रहेगा."
कितना बढ़िया आवेदन लग रहा है. कोई क्यों भला इस आवेदन के लिए कार्रवाई करेगा. अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो बता दें कि असली खेल तो चिट्ठी की आखिरी पंक्ति में था. कॉन्स्टेबल दिलीप कुमार ने आखिरी पंक्ति लिखी थी-
"प्रार्थी की पत्नी का स्पष्ट कहना है कि अगर भाई की शादी में नहीं आए तो परिणाम अच्छा नहीं होगा."
अब ये पत्नी की धमकी हो या कॉन्स्टेबल की क्षमा प्रार्थना, कॉन्टेक्स्ट पर ज़्यादा ज़ोर न डालते हुए DIG साहब ने अनुशासन वाले पोर्शन पर गौरतलब किया. अफसरों ने कार्रवाई करते हुए दिलीप कुमार अहिरवार को लाइन हाजिर कर दिया. 'आजतक' से बात करते हुए भोपाल रेंज डीआईजी इरशाद वली ने कहा,
"आवेदन के बारे में मुझे जानकारी मिली, जिसके बाद कांस्टेबल को लाइन अटैच कर दिया गया है. ये अनुशासनहीनता है. छुट्टी के लिए आवेदन दिया जा सकता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इस तरह आवेदन में कुछ भी लिख दिया जाए."
दिलीप कुमार अहिरवार तो बेचारे चिट्ठी लिखकर लाइन-अटैच हो गए लेकिन उनकी चिट्ठी ने सोशल मीडिया पर खूब राउंड लगाए. लोगों ने इसे जमकर शेयर किया.

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