दिल्ली के भजनपुरा (Bhajanpura) में एमेजॉन मैनेजर के मर्डर मामले में मुख्य आरोपी समीर और एक अन्य शख्स पकड़ा गया है. पुलिस ने 30-31 अगस्त की दरमियानी रात को सीमापुरी इलाके से समीर को अरेस्ट किया. दूसरे साथी बिलाल गनी को सिग्नेचर ब्रिज के पास से पकड़ा गया. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
दिल्ली: एमेजॉन मैनेजर का 'कातिल' पकड़ा गया, इंस्टा बायो है- "उम्र जीने की, शौक मरने का"
19 साल का आरोपी समीर खुद को माया भाई कहता है और माया गैंग चलाता है. इंस्टा पर लिखा है- "नाम बदनाम, पता कब्रिस्तान."

मुख्य आरोपी मोहम्मद समीर उर्फ माया ने अपने इंस्टाग्राम बायो में 'नाम बदनाम, पता कब्रिस्तान, उमर जीने की, शौक मरने का' लिखा हुआ है. समीर अपने गैंग को माया गैंग कहता है और खुद को 'माया भाई' या 'माया किंग' कहता है. हथियारों के साथ फोटो भी पोस्ट करता रहता है. माया गैंग नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में एक्टिव है. पुलिस के मुताबिक, समीर की उम्र 19 साल है. खबर है कि जब वो नाबालिग था तब उस पर हत्या समेत तीन मामले दर्ज हुए थे.

आजतक से जुड़े हिमांशु मिश्रा और अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी बिलाल गनी 27 अगस्त को ही 18 साल का हुआ है. घटना वाली रात बिलाल ने आरोपी समीर के घर पर दोस्तों के साथ पार्टी की थी. उसके बाद पांचों आरोपी घूमने निकले गए. तब समीर के पास बंदूक भी थी.
मामला भजनपुरा इलाके के सुभाष विहार का है. यहां रहने वाले हरप्रीत सिंह ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन में सीनियर मैनेजर के पद पर काम करते थे. 29 अगस्त की रात को वो अपने मामा गोविंद के साथ बाइक पर जा रहे थे. रात करीब साढ़े 11 बजे रास्ते में उनकी स्कूटी पर सवार पांचों आरोपियों के साथ किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई. इस पर आरोपियों ने कथित तौर पर हरप्रीत और उनके मामा के सिर में गोली मार दी. हरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई. उनके मामा गोविंद को घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल गोविंद का इलाज चल रहा है.
DCP नॉर्थ ईस्ट जॉय तिर्की ने मीडिया को बताया कि दोनों पक्षों के बीच गाड़ी को रास्ता ना देने को लेकर विवाद हुआ था. तभी गुस्से में आकर आरोपियों ने फायरिंग कर दी. पुलिस ने इलाके के CCTV फुटेज खंगाले तो पता चला कि आरोपी माया गैंग के लोग हैं.
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