बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने 11 मार्च को पाकिस्तान के पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक (Jaffar Express Hijack) कर लिया था. अब BLA की मीडिया विंग हक्कल (Hakkal) ने ट्रेन हाईजैकिंग का वीडियो जारी किया है. उन्होंने इसे “ऑपरेशन दर्रा-ए-बोलन 2.0” नाम दिया है. घटना पाकिस्तान के कब्ज़े वाले बलूचिस्तान में स्थित बोलन में हुई थी.
पाकिस्तान में ट्रेन अगवा कर लिया था, अब BLA ने हाइजैक का वीडियो जारी किया है
Jaffar Express Hijack: BLA ने इसे “ऑपरेशन दर्रा-ए-बोलन 2.0” नाम दिया है. साथ ही एक वीडियो जारी करके यह भी दर्शाने की कोशिश की है कि पूरे ऑपरेशन के दौरान BLA के लड़ाकों का पलड़ा भारी था.

वीडियो क़रीब 35 मिनट लंबा है. वीडियो में ट्रेन को एस्कॉर्ट कर रहे पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर BLA के सुनियोजित हमले को दिखाया गया है. हाइजैकिंग को कैसे अंजाम दिया गया, इसका भी ज़िक्र वीडियो में है. हमले के लिए बलूच लड़ाकों की तैयारियों को भी दिखाया गया है. वे हथियार लेकर प्रैक्टिस करते दिख रहे हैं.

वीडियो में BLA द्वारा उन लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई है जिन्होंने इस हमले के दौरान अपनी जान गंवा दी. BLA के लड़ाके ट्रेन के अंदर अभियान चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में ऐसे भी दृश्य हैं जिनमें महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों को ट्रेन से सुरक्षित बाहर निकालते देखा जा सकता है.

वीडियो के ज़रिए यह भी दर्शाने की कोशिश की गई है कि पूरे ऑपरेशन के दौरान BLA के लड़ाकों का पलड़ा भारी था. उनकी तैयारी अच्छी थी. उन्होंने पूरे जाफर एक्सप्रेस और उसके आसपास के इलाकों पर नियंत्रण बनाए रखा. BLA ने अपनी मजीद ब्रिगेड यूनिट के फिदायीनों के नाम, तस्वीरें और वीडियो संदेश भी जारी किए हैं.

BLA के विद्रोहियों ने जब 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक किया था तो उस वक्त ट्रेन में करीब 500 लोग सवार थे. इनमें से 214 को BLA ने बंधक बना लिया. विद्रोहियों ने 30 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया था. वहीं आर्मी से मुठभेड़ में 27 विद्रोहियों की मौत भी हुई थी.

BLA पाकिस्तान में सक्रिय एक सशस्त्र समूह है. BLA की स्थापना साल 2000 में बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र राज्य बनाने के मकसद से की गई थी. इनका दावा है कि पाकिस्तान सरकार ने राजनीतिक और आर्थिक तौर पर बलूचिस्तान की उपेक्षा की है. BLA ने पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों और सरकारी प्रतिष्ठानों, विशेष रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत चीन सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं पर लगातार हमले किए हैं.
BLA के ऑपरेशन्स आमतौर पर प्रशिक्षित इकाइयों द्वारा संचालित किए जाते हैं, जिनमें ‘मजीद ब्रिगेड’, ‘फतेह स्क्वॉड’ और ‘सुसाइड अटैक यूनिट’ शामिल हैं. ये इकाइयां मुख्य रूप से गुरिल्ला हमलों के लिए जानी जाती हैं.
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