इस फिल्म का हिस्सा होने पर गर्व महसूस होता है. एक फिल्म जिसके अंदर पावरफुल मैसेज है. इतिहास का एक पार्ट रीविज़िट किया है.
भीमा कोरेगांव. महाराष्ट्र के पुणे जिले में बसा एक छोटा सा गांव. आज से करीब 200 साल पहले इस गांव ने ऐसी जंग देखी, जिसने इसका इतिहास बदल के रख दिया. जंग थी ईस्ट इंडिया कंपनी और पेशवा मराठों के बीच. इस लड़ाई की भी हिस्ट्री है. बताया जाता है कि अंग्रेजों ने पेशवाओं और गायकवाडों के बीच पीस ट्रीटी साइन करवाई. जिसके तहत पेशवाओं को गायकवाडों के मुनाफे पर से हिस्सा छोड़ना पड़ा था. पेशवा इसपर नाराज हुए. इतना कि अंग्रेजों की पुणे रेज़ीडेंसी जला डाली. हालात और बिगड़ने से पहले अंग्रेजों ने अपनी फौज भेजी. फौज में थे कुछ मुट्ठीभर महार सिपाही. जिनके सामने पेशवाओं की भारी-भरकम फौज खड़ी थी. 1 जनवरी, 1818 का वो दिन था. बताया जाता है कि इन चंद सिपाहियों ने कुछ ऐसा किया कि हजारों सैनिकों वाली पेशवा सेना पर भारी पड़ गए. दोनों ओर क्षति हुई. अंग्रेजों ने जो सैनिक खोए, उन्हे श्रद्धांजलि दी. उसी गांव में उनके लिए एक 'विजय स्तम्भ' खड़ा किया. जहां मारे गए महार सैनिकों के नाम आज भी हैं. फिल्म के टाइटल लोगों में भी आपको ये स्तम्भ दिखाई देगा.
अर्जुन के अलावा फिल्म में दिगंगना सूर्यवंशी, सनी लियोनी, अशोक समर्थ, मिलिंद गुणाजी और अभिमन्यु सिंह जैसे एक्टर्स भी शामिल हैं. रमेश थेटे के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म 2021 में रिलीज होगी.