अपर्णा ने 21 मई 2016 को यह मुकाम हासिल किया और इसमें उन्हें 50 दिन का समय लगा. अपर्णा ने इस खतरनाक सफर की यादें शेयर की हैं. उन्होंने बताया कि एक बार तो उनके सामने ही एवलांच (पहाड़ों पर बर्फ का ढहना) हुआ. बर्फ धंसने लगी. लगा कि मौत सामने है. पर किसी तरह जान बच गई.

अपर्णा कुमार उत्तर प्रदेश में DIG टेक्निकल के पद पर हैं और लखनऊ में पोस्टेड हैं. अपर्णा ने दुनिया के सात महाद्वीपों में से 6 की सबसे ऊंची चोटियों पर फतह हासिल कर ली है.
30 अगस्त 1974 को कर्नाटक में जन्मीं अपर्णा 2002 में IPS बनी थीं. उन्होंने अपने ही बैच के संजय कुमार से शादी की. इस वक्त संजय इलाहबाद में डीएम हैं. इनका एक बेटा और बेटी है. 2013 में अपर्णा ने मनाली में पहाड़ चढ़ने की ट्रेनिंग ली. और 2014 में एक एडवांस कोर्स किया.अब अपर्णा कुमार के सामने नई चुनौती है. नॉर्थ अमेरिका का माउंट डेनाली. अपर्णा का इस पर 2017 में चढ़ने का प्लान है.

इस मिशन में अपर्णा के साथी 2012 के महाराष्ट्र कैडर के सुहैल शर्मा और महाराष्ट्र पुलिस में कांस्टेबल रफीक शेख थे. तीनों को गृह मंत्रालय ने नॉर्थ ब्लाक में एक प्रोग्राम में सम्मानित किया.