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योगी सरकार में बवाल? पहले मंत्री आशीष पटेल ने STF पर गंभीर आरोप लगाया, अब अनुप्रिया पटेल ने घेर लिया

दरअसल, तकनीकी शिक्षा विभाग में कुछ पदों में नियुक्ति को लेकर विवाद हो गया है. इसी मुद्दे पर हाल ही में आशीष पटेल ने कहा था कि उनके खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है. बाद में अनुप्रिया पटेल ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आप लोग जानते हैं कि ये कौन कर रहा है.

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केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आशीष पटेल के गंभीर आरोपों के बाद अब केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बिना नाम लिए योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अपना दल को किसी भी षड्यंत्र से डराया नहीं जा सकता है. दरअसल, तकनीकी शिक्षा विभाग में कुछ पदों में नियुक्ति को लेकर विवाद हो गया है. इसी मुद्दे पर हाल ही में आशीष पटेल ने कहा था कि उनके खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है. उन्होंने यहां तक कहा था कि 'सामाजिक न्याय की जंग' में उनके साथ किसी तरह का षड्यंत्र या दुर्घटना हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की होगी.

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आशीष पटेल के इन्हीं आरोपों पर अनुप्रिया पटेल ने मीडिया के सामने बयान दिया. 2 जनवरी को उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आप लोग जानते हैं कि ये कौन कर रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि ‘मंत्री जी’ (आशीष पटेल) ने जो कहा, वो बिल्कुल सच कहा है. इसके बाद से कहा जा रहा है कि अनुप्रिया पटेल इशारों में योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठा रही हैं. क्योंकि आशीष पटेल ने भी सीधे-सीधे STF को घेरा था.

अनुप्रिया पटेल ने मीडिया के सवालों पर कहा, 

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"हमारी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता, किसी भी पदाधिकारी, चुने हुए प्रतिनिधि, किसी भी नेता की प्रतिष्ठा पर बात आएगी, तो अपना दल चुप नहीं बैठेगी. मेरी पार्टी प्रतिष्ठा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी. मैं ये बात बहुत स्पष्ट रूप से कह रही हूं. अपना दल के खिलाफ जो षड्यंत्र चल रहे हैं वो कहां, किसके इशारे पर चल रहे हैं, उसे हमारा एक-एक कार्यकर्ता जानता है."

पटेल ने ये भी कहा कि किसी को अगर गलतफहमी है कि वो उनके कार्यकर्ता और नेता के खिलाफ झूठे बेबुनियाद आरोप लगाकर या षड्यंत्र करके पार्टी की छवि धूमिल कर सकते हैं, तो ये होने वाला नहीं है. अपना दल को षड्यंत्रों का जवाब देना आता है.

आशीष पटेल तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री हैं और अनुप्रिया पटेल के पति भी हैं. बीते कुछ दिनों से वे अपने विभाग में हुई नियुक्तियों में कथित गड़बड़ियों के आरोपों का सामना कर रहे हैं.

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दरअसल, समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल ने हाल में तकनीकी शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर हुई नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि मौजूदा सर्विस रूल्स की जगह पुराने नियमों के आधार पर भर्ती कर 'घोटाला' किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि आशीष के मंत्री रहते हुए कम से कम 250 लेक्चरर्स को ‘अवैध’ प्रमोशन दिया गया और अलग-अलग कॉलेजों में प्रिंसिपल बनाया गया.

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16 दिसंबर को विधानसभा में प्रदर्शन करतीं पल्लवी पटेल. (फोटो- Pallavi Patel/X)

1 जनवरी को उन्होंने यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर इस मामले में जांच की मांग की थी. इससे पहले, 16 दिसंबर 2024 को वो इस मुद्दे को लेकर विधानसभा परिसर में धरने पर भी बैठी थीं. उस दिन मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था, 

"नई गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में अयोग्य उम्मीदवारों को HoD के पदों पर प्रोमोट कर दिया गया. नई गाइडलाइंस के मुताबिक सीधी नियुक्ति UPSC के जरिये चुने जाने पर हो सकती है. प्रमोशन का कोई प्रावधान नहीं है."

आशीष पटेल ने 31 दिसंबर को सोशल मीडिया पर लिखा था कि उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार IAS अधिकारी और तकनीकी शिक्षा विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की सिफारिश और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर प्रमोशन हुआ. उन्होंने लिखा कि इसके बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है.

उन्होंने आगे लिखा, 

“मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री जी यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ औए फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं.”

आशीष पटेल ने ये भी कहा कि अगर यह विभागीय प्रमोशन गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए. ये साफ करना जरूरी है कि सूचना विभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधीन है. हालांकि, इस पर सूचना विभाग या मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.

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वहीं, यूपी STF पर गंभीर आरोप लगाने के आधार के बारे में पूछे जाने पर आशीष पटेल ने पीटीआई से कहा कि अगर राज्य सरकार का कैबिनेट मंत्री कुछ कह रहा है तो उसका कोई आधार तो होगा ही.

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