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वो चार मौके जब अमृतपाल सिंह को आराम से पकड़ा जा सकता था, लेकिन...

फिलहाल अमृतपाल सिंह फरार है.

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अमृतपाल सिंह फरार है. (फोटो: आजतक)

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अभी भी फरार है. पुलिस की टीमें अमृतपाल की तलाश में दिन रात एक कर रही हैं. पंजाब में 18 मार्च को अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए बड़ा ऑपरेशन भी चलाया गया था. इस दौरान 78 लोग गिरफ्तार हुए थे. इस बीच कुछ ऐसे मौके आए थे, जब अमृतपाल सिंह को पकड़ा जा सकता था. 

# पहला मौका- जब अमृतपाल सिंह थाने के अंदर गुरू ग्रंथ साहिब लेकर घुस गया था...

लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी को लेकर अमृतपाल सिंह ने हिंसक प्रदर्शन किया था. पंजाब पुलिस इस प्रदर्शन के दबाव में नजर आई थी. इसी सिलसिले में पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया था कि अमृतपाल सिंह गुरु ग्रंथ साहिब लेकर थाने में पहुंच गया था. ऐसे में पुलिस ने बेअदबी के डर से उपद्रवियों के साथ संयम बरता. उन्होंने आगे दावा किया था कि पंजाब पुलिस और सरकार के खिलाफ ऐसी कहानी गढ़ी जा रही है पंजाब में कानून व्यवस्था बिगड़ रही है. उन्होंने कहा था कि अगर कोई गुरु ग्रंथ साहिब लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच जाए तो कोई क्या करे? क्योंकि इससे तीन करोड़ लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं. तो यहां सवाल ये उठता है कि क्या वहां पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकती थी?

Punjab cops didn't act against Amritpal Singh supporters to avoid  sacrilege, says AAP MLA - India Today
23 फरवरी को जब अजनाला पुलिस थाने पर हमला हुआ था(फोट: आजतक) 

# दूसरा मौका- जब पूरे पंजाब में घूम-घूमकर भड़काऊ भाषण दे रहा था...

23 फरवरी को अजनाला कांड के बाद अमृतपाल सिंह पूरे पंजाब में घूम-घूमकर भड़काऊ बयान दे रहा था. इस दौरान उसने देश के गृहमंत्री अमित शाह का पूर्व पीएम इंदिरा गांधी जैसा हाल करने की धमकी तक दे डाली थी. उसने कहा था कि भारत में सिख समुदाय के लोग गुलाम हैं. 

हेट स्पीच देते वक्त की फोटो(फोटो: आजतक)

# जब बाइक पर बैठ कर भाग गया अमृतपाल सिंह...

अमृतपाल सिंह द्वारा यूज की गई किताब(फोटो: ANI)

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 19 मार्च को जब पंजाब पुलिस ने अमृतपाल का पीछा किया तो अमृतपाल अपनी गाड़ी छोड़कर एक मोटरसाइकिल में बैठकर भाग गया. इस दौरान उसने चार लोगों को टक्कर भी मारी. घायलों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. जालंधर कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने बताया था कि ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था.

# अमृतपाल के पिता ने कहा 'तब अरेस्ट क्यों नहीं किया था'

तनसेम सिंह(फोटो: ANI)

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 मार्च को भगोड़ा घोषित होने के बाद अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह का बयान आया था. तरसेम ने बताया कि पुलिस ने उनके घर में तीन-चार घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया था. उन्होंने आगे बताया कि पुलिस टीम का कहना था कि वो उसे गिरफ्तार करने आए हैं, तो उन्होंने अमृतपाल को आठ से साढ़े आठ के बीच गिरफ्तार क्यों नहीं किया, जब वो घर पर मौजूद था. 

वीडियो: अमृतपाल सिंह पर 15 दिन पहले अमित शाह, भगवंत मान की मीटिंग हुई, क्या प्लान बना था?