अमेरिका ने अपने एक नए लड़ाकू विमान का अनावरण किया है. इसका नाम है- B-21 Raider. इसे दुनिया का सबसे आधुनिक और खतरनाक बमवर्षक माना जा रहा है. अमेरिका अपने रक्षा बेड़े में इस हाईटेक विमान को शामिल करेगा और शीत युद्ध के दौरान के बमवर्षकों को हटाया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस एक विमान की कीमत 700 मिलियन डॉलर (करीब 5,726 करोड़ रुपये) है. यह पारंपरिक हथियारों के साथ-साथ न्यूक्लियर हथियार आसानी से फायर कर सकता है. एक बमवर्षक की मुख्य रूप से ये तीन विशेषताएं होती हैं:
अमेरिका के इस नए बॉम्बर एयरक्राफ्ट की क्या खासियत है, जो रूस और चीन परेशान हो गए हैं!
इसे दुनिया का सबसे आधुनिक और खतरनाक बमवर्षक विमान माना जा रहा है. ये रडार की पकड़ में भी नहीं आएगा.

-लंबी दूरी तक उड़ान भरने की क्षमता
-भारी असलहा ढोने की क्षमता
-हवा से जमीन पर सटीक वार करने की क्षमता
अमेरिका ने जो ये नया बमवर्षक बनाया है, उसकी एक बड़ी खासियत ये है कि ये किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आएगा. इसलिए ही इसे स्टेल्थ बॉम्बर कहा गया है. हालांकि, अभी इस एयरक्राफ्ट की कई बड़ी विशेषताएं सार्वजनिक नहीं की गई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी वायुसेना ने बीते 3 दिसंबर को छठवें जनरेशन के पहले स्टेल्थ बमवर्षक का अनावरण किया था. इसका पूरा नाम बी-21 रेडर स्टेल्थ बॉम्बर है. इस एयरक्राफ्ट को नॉर्थरोप ग्रुम्मन नामक कंपनी ने बनाया है. दुनिया में किसी भी देश के पास ऐसा बॉम्बर नहीं है.
अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, ‘यह अमेरिका की सरलता और इनोवेशन का एक वसीयतनामा है.’
ऑस्टिन ने कहा कि दुनिया का सबसे ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम भी बी-21 को नहीं पकड़ पाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 50 सालों की तकनीकी विकास का ये फल है.
जरूरत के हिसाब से हो सकेगा अपडेटअमेरिकी रक्षा सचिव ने बताया कि इस एयरक्राफ्ट को इस तरीके से तैयार किया गया है कि जिन हथियारों की अभी तक खोज नहीं हुई है, उन्हें भी इसमें लोड किया जा सकता है. यानी जरूरत के हिसाब से इस विमान को कभी भी अपडेट किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि अगले साल तक बी-21 अमेरिकी रक्षा बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा.
बी-21 रेडर स्टेल्थ बॉम्बर पूरी तरह से इंटरनेट से जुड़ा हुआ है. इसके चारों तरफ ऐसे पदार्थ और धातुओं का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण ये रडार की पकड़ में नहीं आएगा. इस बमवर्षक की ये भी खासियत है कि इसके सॉफ्टवेयर और इंजीनियरिंग को डिजिटल तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा. यानी कि इसे एक कंट्रोल रूम में बैठकर चलाया जा सकता है.
इस बमवर्षक को बनाने वाली कंपनी ने बताया कि ऐसे छह विमान तैयार किए जा रहे हैं. अमेरिकी वायुसेना ऐसे करीब 100 एयरक्राफ्ट को शामिल करने की योजना बना रहा है.
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