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अमेरिका के स्कूल में प्रार्थना करते बच्चों पर ताबड़तोड़ फायरिंग, कम से कम 2 की मौत, 17 घायल

मिनियापोलिस पुलिस ने जानकारी दी कि हमलावर के पास एक राइफल, एक शॉटगन और एक पिस्टल थी. उसने चर्च की खिड़कियों से अंदर गोलियां चलाईं. इस घटना में कुल तीन मौतें हुईं, जबकि 17 लोग घायल हो गए हैं.

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अमेरिका के स्कूल में फायरिंग. (Reuters)

अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के मिनियापोलिस शहर में बुधवार, 27 अगस्त को एक कैथोलिक स्कूल में प्रार्थना कर रहे बच्चों और लोगों पर हमला हुआ. एक हमलावर ने अचानक उन पर गोलियां चला दीं. ताबड़तोड़ फायरिंग में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हो गए हैं. फायरिंग करने के बाद हमलावर ने खुद भी जान दे दी.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फायरिंग एननसिएशन कैथोलिक स्कूल और चर्च परिसर में हुई. यहां स्कूल के बच्चे और अन्य लोग प्रार्थना कर रहे थे. एननसिएशन स्कूल एक प्राइवेट प्राइमरी स्कूल है, जिसमें करीब 395 बच्चे पढ़ते हैं. यह स्कूल मिनियापोलिस के एक रिहायशी इलाके में मौजूद है और चर्च से जुड़ा हुआ है.

डॉनल्ड ट्रंप ने दुख जताया

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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस हादसे पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा,

"मुझे मिनियापोलिस, मिनेसोटा में हुई दुखद गोलीबारी की पूरी जानकारी दे दी गई है. FBI ने तुरंत कार्रवाई की और वे घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. वाइट हाउस इस भयावह स्थिति पर नजर बनाए रखेगा. कृपया मेरे साथ मिलकर सभी इन लोगों के लिए दुआ करें!"

हमलावर के पास थे तीन हथियार

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मिनियापोलिस पुलिस ने जानकारी दी कि हमलावर के पास एक राइफल, एक शॉटगन और एक पिस्टल थी. उसने चर्च की खिड़कियों से अंदर गोलियां चलाईं. मिनियापोलिस के पुलिस चीफ ब्रायन ओ'हारा ने बताया,

"यह मासूम बच्चों और प्रार्थना कर रहे लोगों पर जानबूझकर किया गया हिंसक हमला था. एक चर्च के अंदर बच्चों पर गोलियां चलाना ना सिर्फ कायरता है, बल्कि बेहद अमानवीय है."

पुलिस ने बताया कि हमलावर ने काले कपड़े पहन रखे थे और उसकी उम्र करीब 20 साल थी. उसका कोई गंभीर क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला. फिलहाल पुलिस हमले की वजह तलाश रही है. अभी तक हमलावर की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है.

मिनियापोलिस के मेयर ने इस घटना पर कहा,

“ये बच्चे सचमुच प्रार्थना कर रहे थे. स्कूल का यह पहला हफ्ता था, जब वे चर्च में थे. ये वो बच्चे हैं जिन्हें अपने दोस्तों के साथ सीखना चाहिए. उन्हें खेल के मैदान में खेलना चाहिए. उन्हें बिना किसी डर या हिंसा के खतरे के शांति से स्कूल या चर्च जाना चाहिए. उनके माता-पिता को भी इसी तरह का भरोसा मिलना चाहिए.”

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे भरोसे हर परिवार को हर कदम पर मिलने चाहिए, चाहे वे अमेरिका में कहीं भी हों. यह फायरिंग स्कूल खुलने के केवल दो दिन बाद हुई है.

अमेरिका में 140 से ज्यादा स्कूल शूटिंग

अमेरिका में इस साल अब तक 140 से ज्यादा स्कूलों में गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं. मंगलवार दोपहर से अब तक मिनियापोलिस में तीन और गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं. इनमें एक जेसुइट हाई स्कूल में हुई है. मिनेसोटा राज्य में बंदूक बेचने से पहले बैकग्राउंड चेक जरूरी है और यहां बंदूक से होने वाली मौतों की दर राष्ट्रीय औसत से कम है. इसके बावजूद इस तरह की हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.

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