तेल की मालिश राहत देती है. अक्सर घर में देखा. हाथ पैर या फिर बॉडी के किसी हिस्से में चोट लगी या फिर फ्रैक्चर हुआ तो सलाह दे दी जाती है कि तेल की मालिश करो. उस तेल का इस्तेमाल करो या फिर उस तेल का इस्तेमाल करो. कई बार तो लोग चोट लगने के बाद सड़क किनारे बैठे पहलवानों से ही अपनी हड्डी की मालिश करवा लेते हैं, वो भी पूरी ताकत के साथ. मगर बिना जानकारी के ये तेल मालिश कितना नुकसान दे सकती है. इसकी बानगी है ये रिपोर्ट. चोट लगने के बाद एक मां ने अपने बेटे के पैर की मालिश की और उसकी मौत हो गई. इस दुखद घटना के बाद AIIMS के डॉक्टरों ने तेल की मालिश करने को लेकर चेताया है. दिल्ली में रहने वाले 23 साल के एक लड़के को एड़ी में उस वक़्त चोट लगी थी, जब वो बैडमिटंन खेल रहा था. इसके बाद उसके पैर पर प्लास्टर ऑफ पैरिस चढ़ाया गया. उसके डीप वेन्स में खून का थक्का जम गया था. इस बात का पता उस वक़्त चला, जब उसकी मौत के बाद पोस्टमॉर्टम किया गया. 5x1 सेमी का खून का थक्का (ब्लड क्लॉट) पैर की वेन्स से पल्मोनरी आर्टरी में पहुंच गया, जिससे होकर फेफड़ों तक खून पहुंचता है. और इसी वजह से उसकी मौत हो गई थी. टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर चितरंजन बेहेरा का कहना है कि फ्रैक्चर के बाद ब्लड क्लॉट होना एक आम बात है, लेकिन इसकी वजह से किसी की मौत हो जाना ये सामान्य नहीं है. डॉक्टर चितरंजन ने बताया कि 23 साल के शख्स को पिछले साल 31 अक्टूबर को AIIMS के इमर्जेंसी वार्ड में एडमिट कराया गया था. उस वक़्त उसे होश नहीं था. बहुत कोशिशों के बाद भी डॉक्टर उसे होश में नहीं ला सके. बाद में पता चला कि उसकी मां ने 30 मिनट तक उसके पैर की मालिश की थी. इस मालिश के बाद उसे बाएं घुटने में तेज दर्द होने लगा और वह अचानक बेहोश हो गया. ऐसा उसके साथ इसलिए हुआ, क्योंकि खून का थक्का मालिश की वजह से उस जगह पहुंच गया जहां से ब्लड सप्लाई होता है. ब्लड सप्लाई रुकने की वजह से ही उसकी मौत हो गई. इस शख्स की मौत के बारे में मेडिको लीगल जर्नल में छापा गया है. एम्स ने चेतावनी दी है कि बिना जानकारी के चोट लगने पर तेल की मालिश न करें. एम्स में फॉरेंसिक मेडिसिन के हेड डॉ. सुधीर गुप्ता ने बताया कि लंबे वक़्त तक ज्यादा जोर लगाकर मालिश करने से यह खतरनाक हो सकता है. ऐसा 1 लाख में से 70 मामलों में हो सकता है. साथ ही उन लोगों के साथ भी हो सकता है जो बुजुर्ग हैं या फिर नशा करते हैं. तो अब अगर चोट लगे तो सड़क किनारे बैठे पहलवान के पास दौड़ने के बजाए, हॉस्पिटल जाकर चेकअप करा लेना.
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फोटो - thelallantop
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