हर ऑडिशन में रिजेक्ट कर दिए जाते थे
आयुष पॉलिटिकल फैमिली से आते हैं. उनके दादा पंडित सुखराम कांग्रेस के बड़े लीडर रहे हैं. आयुष के पिता अनिल शर्मा भी पहले कांग्रेस पार्टी में थे, लेकिन 2017 में वो बीजेपी में आ गए. आमतौर पर राजनीतिक परिवार में जन्मे बच्चे राजनीति में जाते हैं. लेकिन आयुष को राजनीति में कोई इंटरेस्ट नहीं था. इसलिए दिल्ली में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वो मुंबई आकर मैनेजमेंट की पढ़ाई करने लगे. यहां आकर आयुष एक्टिंग फील्ड में जाने की कोशिश में लग गए. वो वीकडेज़ पर कॉलेज जाते और वीकएंड पर एड फ़िल्मों और टीवी में छोटा-मोटा रोल पाने के लिए स्ट्रगल करते. लेकिन उस वक़्त 19 साल के पतले-दुबले आयुष को हर ऑडिशन में बच्चा बताकर रिजेक्ट कर दिया जाता.
आयुष शर्मा और उनकी पत्नी अर्पिता खान.
सलमान से पहली मुलाकात और ग्रूमिंग
आयुष अपनी जनरेशन के ज्यादातर लड़कों की तरह ही सलमान के बहुत बड़े फैन थे. अब इसे इत्तेफाक कहें या डेस्टिनी कि अंत में सलमान खान को ही उनका मेंटर बनना लिखा था. आयुष बताते हैं उन्होंने सबसे पहले जिस स्टार को लाइव देखा था वो सलमान ही थे और बाद में मुंबई आकर भी ज़िंदगी ने उन्हें सबसे पहले सलमान से ही मिलवाया. कॉलेज में आयुष की मुलाक़ात सलमान की बहन अर्पिता से हुई. दोनों में गहरी दोस्ती हुई और बाद में प्यार हो गया. इसके बाद अर्पिता आयुष को सलमान से मिलवाने ले गईं.जब आयुष ने सलमान को बताया कि वो एक्टर बनना चाहते हैं तो उसके बाद सलमान उन्हें ग्रूम करने लगे. सलमान ने आयुष की फ़िटनेस से लेकर डांस क्लासेस तक सब शुरू करवा दिया. साथ ही साथ आयुष सलमान की 'ट्यूबलाइट', 'बजरंगी भाईजान' जैसी फ़िल्मों में बतौर असिस्टेंट भी काम करने लगे. वहां से उनके डेब्यू तक एक लंबी जर्नी रही. अब दूसरी फ़िल्म में वे सलमान के सामने मजबूत नेगेटिव रोल में हैं.