“मैं राज कुंद्रा और उमेश कामत को जानती हूं. कुछ वीडियोज़ भी साथ में किए हैं, लेकिन उनमें पॉर्नोग्राफी जैसा कुछ नहीं था. हमने कोई भी अश्लील वीडियो नहीं बनाया. किसी भी वीडियो में सीमाएं नहीं लांघी गईं.”पॉर्न, इरोटिक के अंतर का ज़िक्र गहना वशिष्ठ का कहना है कि वो लोग जो भी वीडियो बना रहे हैं, उनमें कुछ भी अश्लील नहीं है और अगर लोग चाहते हैं कि इन पर भी रोक लगे तो फिल्मों की तरह डिजिटल के लिए भी सेंसर बोर्ड ले आएं. लेकिन जब तक ऐसा नहीं हो रहा, वो काम जारी रखेंगी. कुछ ऐसी ही बात शिल्पा शेट्टी ने भी क्राइम ब्रांच के सामने कही है. शिल्पा ने कहा कि -
“मुझे हॉटशॉट्स ऐप के असल कॉन्टेंट के बारे में जानकारी नहीं थी, न ही मेरा हॉटशॉट्स से कोई वास्ता है. ये ऐप लंदन में रहने वाले प्रदीप बख्शी का है, जो मेरे पति राज कुंद्रा के जीजा हैं. राज बेगुनाह हैं. वे पॉर्न नहीं, बल्कि इरोटिक कॉन्टेंट के प्रोडक्शन से जुड़े थे. पॉर्न और इरोटिक में अंतर होता है.”गहना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि राज की गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले मैं उनसे उनके ऑफिस में मिलने गई थी. वहां मुझे पता चला कि वह बॉलीफेम नाम का एक ऐप लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं. इस ऐप पर वह चैट शो, रियलटी शो, म्यूजिक वीडियो, फीचर फिल्में आदि दिखाना चाहते थे. इस ऐप के कंटेंट पर बोल्ड सीन्स की कोई प्लानिंग नहीं थी. मैंने और राज ने कुछ स्क्रिप्ट्स डिस्कस की थी. इस डिस्कशन के दौरान एक स्क्रिप्ट में हमें शमिता शेट्टी को कास्ट करने का ख्याल आया. मैं इन फिल्मों के डायरेक्शन की कमान संभालने वाली थी और इसी बीच राज अरेस्ट हो गए.
गहना ने बताया कि उनका काम केवल फिल्मों को डायरेक्ट करने का का होता और वो वही करतीं. शमिता ने फिल्म में काम करने से पहले क्या शर्तें रखीं और उन्हें क्या फीस मिली, इसका उन्हें कोई अंदाजा नहीं है.