भारत जैसे देश में क्रिकेट महज एक खेल नहीं, एक भावना है, एक इमोशन है. सोशल मीडिया पर मीम बनते हैं कि मैच के दौरान घरों में चूल्हे नहीं जलते. देर तक टीवी देखने के लिए डांटने वाली मां भी उस दिन कुछ नहीं कहती. पिताजी भी डांट नहीं लगाते. पर खेल को खेल की तरह ही लिया जाए तो बेहतर है. क्योंकि अगर खेल है तो हमेशा जीत अपने हिस्से आये, जरूरी तो नहीं. कभी हार का मुंह भी देखना पड़ सकता है. भारत को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्डकप 2023 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. पूरा देश निश्चित तौर पर दुखी है. पर दुख को साइड करके आने वाले टूर्नामेंट्स पर ध्यान देना है. यही काम हमारी क्रिकेट टीम भी कर रही है. पर देश से कम से कम तीन ऐसे मामले सामने आए हैं जब क्रिकेट टीम की हार से आहत होकर लोगों ने अपनी जान दे दी.
भारत वर्ल्ड कप ट्रॉफी नहीं उठा पाया, लड़का इतना आहत हो गया कि फांसी लगा ली
भारत की हार से निराश कई लोगों ने दुख जाहिर किया. पर कुछ लोग इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए.
क्या है पूरा मामला
बंगाल के बांकुड़ा जिले से एक खबर आई है. यहां एक 23 वर्षीय युवक ने वर्ल्डकप में भारत की हार से दुखी होकर फांसी लगा ली. घटना 19 नवंबर की रात भारत के मैच हारने के बाद की है. इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार निर्भीक चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक की पहचान 23 साल के राहुल लोहार के रूप में हुई है जो बेलियाटोर थाना क्षेत्र के सिनेमा हॉल के पास रहता था. रिपोर्ट के मुताबिक पूरे एरिया में लोग उसे एक ज़बरदस्त क्रिकेट फैन के रूप में जानते थे.
राहुल के रिश्तेदार बाबू उत्तम सूर ने बताया,
"क्रिकेट वर्ल्डकप में भारत की हार से दुखी राहुल ने गले में कपड़ा(दुपट्टा) बांधकर सुसाइड कर लिया. घटना के समय राहुल घर पर अकेले था. घटना की जानकारी मिलने के बाद मैं राहुल के घर आया."
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. एडिशनल एसपी बांकुड़ा सिद्धार्थ दोरजी ने बताया कि घटना के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता. हमारी जांच जारी है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. फिलहाल, पुलिस ने अननेचुरल डेथ का केस रजिस्टर कर लिया है.
असम के युवक की सदमे से मौत
इंडिया टुडे नार्थ ईस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक असम के गुवाहाटी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. मृतक की पहचान प्रांजल मजूमदार के रूप में हुई जो गुवाहाटी के बीरुबारी में ITI का छात्र था. रिपोर्ट के मुताबिक प्रांजल भारत के मैच हारने के बाद से डिप्रेशन में था और मैच के बाद बिना खाना खाए ही सोने चला गया. प्रांजल के परिवार वालों के मुताबिक उस रात प्रांजल कई बार बिस्तर से उठा.
बाद में जब उसे उठाया गया तो उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई. परिवार वाले तुरंत प्रांजल को लेकर हॉस्पिटल गए और उसे एडमिट किया. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है जिससे मौत का कारण पता लग सके. परिवारजनों के अनुसार प्रांजल की मौत भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्ल्डकप में भारत की हार की वजह से हुई. प्रांजल इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाया. हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा. वैसे घर वालों का कहना है कि प्रांजल को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी.
तिरुपति में हार्ट अटैक
बंगाल और असम के बाद एक और घटना सामने आई तिरुपति से. यहां 35 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ज्योतिष कुमार यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई. ज्योतिष बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे और दीपावली की छुट्टियों में घर आये थे. द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार पूरे मैच के दौरान ज्योतिष काफी टेंशन में थे. मैच के आखिरी समय में उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें तुरंत श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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