राष्ट्र की परिभाषा (What is a Nation) पर इतिहासकारों और समाजशास्त्रियों ने लम्बे समय तक बहस की है. ऐसी बहस आम जीवन में संभव नहीं. इसलिए हम इस्तेमाल करते हैं- सिम्बल का. जैसे तिरंगा, राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत- ये सब सिम्बल इसीलिए बनाए गए, ताकि इन्हें देखकर लोगों में राष्ट्र की भावना प्रबल हो. देखेंगे तो पाएंगे ऐसे तमाम सिम्बल निर्जीव होते हैं. किसी जिन्दा व्यक्ति को कभी देश का सिम्बल नहीं बनाया जाता. क्योंकि जानकार बताते हैं कि इससे व्यक्तिपूजा का खतरा रहता है. इसके बावजूद, चूंकि देशप्रेम एक बहुत सजीव भावना है. इसलिए कई बार देश को भी anthropomorphize कर दिया जाता है. यानी उसे एक मानवीय रूप दे दिया जाता है. इसी का नतीजा है कि भारत को "भारत माता" भी कहा जाता है. भारत माता कौन हैं? भारत माता को एक प्रतीक के रूप दिखाए जाने की में शुरुआत कैसे हुई? वीडियो देखें.
तारीख: राष्ट्र को पिता और माता कहने की शुरुआत कैसे हुई? दुनिया भर के देशों में अलग नाम क्यों?
देश आखिर होता क्या है? क्या कोई Nation सीमाओं से घिरी एक जमीन है? या लोगों का एक समूह? या इन दोनों का मिला जुला स्वरूप?
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