तारीख़, 16 मई 2024. तड़के सुबह बीजिंग के कैपिटल इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर रूस का एक सरकारी विमान लैंड हुआ. उसके इंतज़ार में चीन के दिग्गज अधिकारियों का हुज़ूम हाथ बांधे खड़ा था. ज़मीन पर लाल गलीचा बिछा था. और, चीनी सैनिक कतारबद्ध होकर सलामी देने की तैयारी में थे. ये पूरा तामझाम जिस शख़्स के लिए हो रहा था, वो चीन को अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते नहीं थकते. उनका नाम है, व्लादिमीर व्लादिमिरोविच पुतिन. द प्रेसिडेंट ऑफ़ रशियन फ़ेडरेशन.
दुनियादारी: पुतिन पहले विदेशी दौरे पर चीन क्यों गए, क्या भारत की टेंशन बढ़ेगी?
शपथ लेते ही चीन पहुंचे पुतिन, एजेंडे में क्या है?
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