ब्रिटेन का सबसे बड़ा थिएटर हो, अमेरिका का क्लासरूम हो या फिर भारत के किसी कस्बे की छोटी सी टॉकीज. शेक्सपियर ने हर जगह दस्तक दी है. Sophisticated crowd के बीच खेले जाने वाला प्ले में शेक्सपियर हैं, प्रेमियों को मिलने वाली उपमाओं में शेक्सपियर हैं, स्कूल की किताबों में हैं और हिन्दी फिल्मों के डायलॉग में भी शेक्सपियर हैं. हैदर में शाहिद कपूर, मकबूल में इरफान या ओमकारा में सैफ. नीतीश की तरह शेक्सपियर भी सबके हैं. लेकिन ख़ुद शेक्सपियर कौन हैं? एक किस्सागो, कहानीकार या सिर्फ़ एक ख़्याल? क्या शेक्सपियर नाम का कोई शख़्स कभी था ही नहीं? क्या शेक्सपियर अपने आप में एक कल्पना मात्र हैं? क्या है शेक्सपियर की रहस्यमय दुनिया? जानने के लिए देखें तारीख का ये एपिसोड.
तारीख: कहानी विलियम शेक्सपियर की जिन्हें पूरी दुनिया ने अपनाया
शेक्सपियर के नाटकों के तीसरे दावेदार भी हुए हैं, क्रिस्टोफर मारलोव. उनकी और शेक्सपियर की उम्र में भी 2 महीने का ही अंतर था. 1593 में मारलोव का निधन हुआ था. इनके बारे में एक थिअरी ये भी चलती है कि मारलोव ने अपनी मौत का छलावा रचा था. और 20 साल छिपकर इटली में रहे.
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