आज़ाद हिंद फौज में महिला क्रांतिकारियों के लिए एक ख़ास रेजिमेंट थी. नाम ‘रानी झांसी रेजिमेंट’ था. इसी रेजिमेंट में थी नीरा आर्या. भारत की पहली महिला जासूस. जिनकी बस इतनी ख़्वाहिश थी कि ‘ऐ वतन, वतन मेरे, आबाद रहे तू. मैं जहां रहूं जहां में याद रहे तू.’लऔर इसी ख़्वाहिश के लिए नीरा आर्या ने अपने पति तक की हत्या कर दी. क्या है नीरा आर्या की कहानी, जानने के लिए देखें तारीख का य एपिसोड.
तारीख: सुभाष चंद्र बोस की महिला जासूस जिसने देश के लिए सबकुछ त्याग दिया
नीरा के मन में देशभक्ति के बीज बचपन में ही पड़ गए थे इसलिए पढ़ाई के दौरान ही उसने तय किया कि वो नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज का हिस्सा बनेंगी.
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