‘जब आप तारों और आकाशगंगा को देखते हैं, तो आपको लगता है कि आप केवल किसी विशेष भूमि के टुकड़े से नहीं, बल्कि सौर मंडल से हैं, मैं अंतरिक्ष के लिए ही बनीं हूं, हर पल अंतरिक्ष के लिए बिताया और इसी के लिए मरूंगी.’ ये शब्द अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला कल्पना चावला के हैं. जिनका परिवार बंटवारे के बाद मुल्तान से भारत आया, और जो खुद अमेरिका में बस गईं. लेकिन इस पूरी जीवनचर्या के दौरान उन्होंने भारत देश का नाम रौशन कर दिया. देखिए वीडियो.