The Lallantop
Logo

तारीख: Rashtrapati Bhavan का इतिहास क्या है? यहां रुके मेहमानों के दिलचस्प किस्से

Rashtrapati Bhavan के 'Durbar Hall' और 'Ashok Hall' के नाम बदल दिए गए हैं. दरबार हॉल को अब 'गणतंत्र मंडप' और वहीं अशोक हॉल को 'अशोक मंडप' के नाम से जाना जाएगा. इस एपिसोड में राष्ट्रपति भवन का इतिहास जानेंगे.

Advertisement

कौन था वो मेहमान जिसके लिए राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के अथिति कक्ष का बेड छोटा पड़ गया, और फिर नया बेड मंगाया गया? राष्ट्रपति भवन में ठहरे पाकिस्तानी PM का दौरा स्कैंडल से क्यों घिरा? ब्रिटेन की महारानी की सीक्रेट अलमारियों में क्या था? इस एपिसोड में जानेंगे कि राष्टपति भवन बना कैसे? कहानी शुरू होती है- साल 1911 से. दिल्ली में लगा दिल्ली दरबार. जॉर्ज पंचम की ताजपोशी हुई. इसके बाद अंग्रेज़ों ने राजधानी कोलकाता से दिल्ली शिफ्ट करने का फैसला कर लिया. जिम्मेदारी मिली दो लोगों को - एडविन लुटियन और हरबर्ट बेकर. पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो देखें.

Advertisement

Advertisement
Advertisement