1978 में विधानसभा चुनाव हुए. दोनों धड़ों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. इसका फायदा मिला जनता पार्टी को. जो 99 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. लेकिन सरकार नहीं बना पाई. क्योंकि सत्ता के लिए कांग्रेस के दोनों धड़े एक हो गए थे. कांग्रेस (आई) के पास 62 और कांग्रेस (यू) के पास 69 सीटें थीं. दोनों एकजुट हो गए और मुख्यमंत्री एक बार फिर से वसंतदादा पाटिल.
जब 1978 में शरद पवार कांग्रेस-U के 12 MLA तोड़कर जनता पार्टी से जा मिले, महाराष्ट्र CM बन गए
जो भतीजे अजित ने आज किया है वो चाचा शरद प्राचीन काल से करते आ रहे हैं.
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