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दुनियाभर के गंजेड़ियों एक हो जाओ, आज तुम्हारा दिन है

गांजा पीने का एक और बहाना.

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आज 4/20 है. 4/20 यानी 20 अप्रैल. अपने यहां '20-4' लिखा जाता है, अमेरिका में 4/20 लिखते हैं. वैसे भी अपने यहां की जनता को 420 से नटवर लाल के अलावा कुछ याद नहीं आता. लेकिन 420 की एक कहानी और भी है, जो बड़ी दिलचस्प है.

अमेरिका में 20 अप्रैल की तारीख पर हजारों लोग एक अजीब फेस्टिवल मानते हैं. यह त्योहार एक ऐसे नशे से जुड़ा है, जो ज़्यादातर देशों में बैन है. गांजा. अमेरिका वाले भी बड़े चलाक  
हैं यार. पहले तो सारे देशों में गांजा बैन करा दिया और अब अपने स्टेट्स में धीरे-धीरे बैन खत्म किए दे रहे हैं. खैर, पीठ पीछे बुराई किसी और दिन कर लेंगे. आज गांजे के त्योहार की बात.

ganja

अंग्रेज गांजे को 'मैरियुआना' (marijuana) कहते हैं. अपने यहां 'गांजा' और 'माल' जैसे कई शब्द हैं. आपका कोई दोस्त इसका शौकीन हो, तो उससे पूछिएगा. आपको सीधे हिमाचल के कसोल का रास्ता बताएगा. असल में पहाड़ी इलाकों में इसकी पैदावार अच्छी होती है. वैसे तो पूरे भारत में गांजा बैन है, लेकिन हिमाचल के कुछ इलाकों में इसकी खेती की इजाजत है, क्योंकि वहां के लोग जीविका के लिए इसी पर निर्भर हैं.

क्या है त्योहार का सीन

20 अप्रैल को दुनियाभर के गांजा-प्रेमी अपने-अपने देशों में, अपने-अपने शहरों में इकट्ठा होते हैं और रवायत के मुताबिक गांजा पीते हैं. ये बिल्कुल वैसा ही है, जैसे आप दीवाली पर पटाखे दगाते हैं और होली में रंग खेलते हैं. अमेरिका से शुरू हुआ ये ट्रेंड आज दुनियाभर में फैल चुका है. फेस्टिवल के बहाने दोस्त इकट्ठे होते हैं, गांजा पीते हैं, मस्ती मारते हैं. अमेरिका के कोलोराडो और वॉशिंगटन डीसी जैसी जगहों पर रैलियां भी निकली जाती हैं. ये उन जगहों में से हैं, जहां गांजा लीगल है.


गांजा बेचने वाली कंपनियों के लिए ये दिन माल कमाने का दिन होता है. जैसे वेलेन्टाइड डे पर आर्चीज़ की चांदी होती है, वैसे ही गांजा बेचने वाली कंपनियां इस त्योहार को ज्यादा से ज्यादा मनाने का माहौल तैयार करती हैं.

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उनके मुताबिक एक वक्त में समाज ने इस नशे को नकार दिया था, लेकिन इसे करने का मजा कुछ और ही है. वैसे एक बात अब भी क्लियर नहीं है कि गांजे को 420 से ही क्यों जोड़ा गया. इसके पीछे ढेर सारी थ्योरी हैं और ऐसी-ऐसी थ्योरी हैं कि सिर चकराने लग जाए. वैसे ही, जैसे गांजा पीने के बाद चकराता है.

गांजे और 4/20 के कनेक्शन के पीछे जो थ्योरीज बताई हैं, जानिए उनमें से कुछ थ्योरीज के बारे में:

थ्योरी 1:

ये थ्योरी किसी पढ़े-लिखे इंसान की दी हुई लगती है, क्योंकि इसमें केमिकल लोचे की बात की गई है. रिसर्च के मुताबिक गांजे में 420 एक्टिव केमिकल होते हैं, इसीलिए इसे 420 नंबर से जोड़ दिया गया.

थ्योरी 2:

1939 में छपी एच.पी. लवक्राफ्ट और केनेथ स्टर्लिंग की कहानी "इन द वॉल्ज़ ऑफ़ एरिक्स" में पहली बार गांजे को 420 से जोड़ा गया था. इसमें कहानी का हीरो एक ऐसे पौधे की बात करता है, जो मैरियुआना के पौधे जैसा दिखता है. जब वो इन पौधों के बीच से गुज़र रहा होता है, तो धीरे-धीरे उसे नशा होने लगता है. उस वक़्त उसकी घड़ी 4.20 बजा रही थी. ये सबसे पुरानी थ्योरी है, जो गांजे और 420 का कनेक्शन दिखाती है.

थ्योरी 3:

एक थ्योरी ये भी है कि अमेरिकी पुलिस मैरियुआना पीने वालों के लिए 420 कोड का यूज़ करती है. हालांकि, ये बहुत ढीली थ्योरी है, क्योंकि हो सकता है उन्होंने भी एच.पी. लवक्राफ्ट और केनेथ स्टर्लिंग की कहानी "इन द वॉलज़ ऑफ़ एरीक्स" पढ़ी हो.

थ्योरी 4:

ये थ्योरी अडॉल्फ़ हिटलर से जुड़ी है. 20 अप्रैल को हिटलर का जन्मदिन होता है. कुछ लोग मानते हैं कि 4/20 को गांजा फेस्टिवल हिटलर का जन्मदिन होने की वजह से ही मनाया जाता है. वैसे जिस तरह सत्ता के नशे में चूर हिटलर ने लाखों लोगों की जान ली थी, उससे साबित होता है कि उससे बड़ा नशेड़ी कोई नहीं था.


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थ्योरी 5:

कुछ लोग बॉब डायलन के गीत "रेनी डे विमेन #12 & 35" को भी गांजे से जोड़ते हैं. वो कहते हैं कि 12 को 35 से गुणा करने पर 420 होता है. यही वजह है कि गांजा-प्रेमियों ने फेस्टिवल मनाने के लिए 20 अप्रैल का दिन चुना.

थ्योरी 6 (सबसे सटीक थ्योरी):

1971 में कैलिफ़ोर्निया के मरीन काउंटी के सैन राफेल हाईस्कूल के पांच लड़के रोज़ाना शाम को 4:20 बजे स्कूल में तय की हुई जगह पर मिलते. ये टाइम उन्होंने इसलिए चुना, क्योंकि तब तक वो बाकी सारे कामों से फ्री हो जाते थे. इन पांचों के नाम थे स्टीव कैपर, डेव रेड्डीक्स, जेफरी नोएल, लैरी श्वार्ट्ज, और मार्क ग्रेविच. व़ॉल यानी दीवार के साथ खड़े रहने के कारण इन्हें वाल्डोज़ कहा जाने लगा. वो गांजा पीने के लिए जब एक-दूसरे को बुलाते थे, तो 420 कोड यूज़ करते थे.

2017 में इन लड़कों में से एक डेव रेड्डीक्स ने 'टाइम' मैगज़ीन को बताया, 'हम फ्राइडे नाइट के फुटबॉल और जोक्स से थक जाते थे. हम वो लड़के थे, जो स्टैंड्स में खड़े होकर गांजा पीते थे. आज हैरत होती है कि हम क्या कर रहे थे.' अपनी रोमांचक सफारी याद करते हुए वो कहते हैं, ये सब 4:20 के बाद भी काफी देर तक चलता था. नशे की हालत में पूरा ग्रुप एक-दूसरे को कुछ इंट्रेस्टिंग करने का चैलेंज देता रहता था.

बाद में रेड्डीक्स के भाई ने उसे बास गिटार प्लेयर फिल लैश के साथ काम दिलवा दिया. लैश अमेरिकन बैंड 'ग्रेटफुल डेड' के मेंबर थे. कहा जाता है बैंड ने ही इस थ्योरी को मशहूर किया. 28 दिसम्बर 1990 को इसी ग्रुप के मेंबर्स ने ऐसे पर्चे बांटे, जिनमें लोगों को 20 अप्रैल को 4 बजकर 20 मिनट पर स्मोक करने के लिए इनवाइट किया गया था. 'हाई टाइम' मैगज़ीन ने 1991 में वही पर्चे छापे, ताकि लोगों को वो नंबर याद रहे. 1998 में 'दी आउटलेट' ने 'वैल्डोज़' (पांच लड़कों का ग्रुप) को 420 का इन्वेन्टर बताया.

तो भइया कहां हो... आज तो 20 अप्रैल है और सूचना भी हमने 4:20 बजे से पहले ही दे दी है. बस फीचर इमेज वाली वैधानिक चेतावनी याद रखना.



                                         ये आर्टिकल दी लल्लनटॉप के साथ इंटर्नशिप कर रहे भूपेंद्र ने लिखा है.



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