The Lallantop

अब ये वकील साहब बचा पाएंगे शाहरुख के लल्ला को!

देश के धुरंधर वकील लड़ेंगे आर्यन का केस.

post-main-image
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जेल से बाहर निकालने का जिम्मा अब मशहूर वकील मुकुल रोहतगी ने उठाया है.
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) ड्रग्स केस के चलते कई दिनों से सलाखों के पीछे हैं. उनकी जमानत अर्जी को मजिस्ट्रेट कोर्ट और विशेष एनडीपीएस कोर्ट दोनों ने ही खारिज कर दिया. ऐसे में अब उन्हें जेल से बाहर लाने का जिम्मा संभाला है हाई प्रोफाइल वकील मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) ने. आइए जानते हैं कौन हैं मुकुल रोहतगी और वो किन खास केसेज़ का हिस्सा रहे हैं. पहले आर्यन केस का अपडेट भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी बॉम्बे हाईकोर्ट में आज यानी 26 अक्टूबर को आर्यन खान की ओर से पेश हो रहे हैं. जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान मुकुल रोहतगी सतीश मानशिंदे के साथ आर्यन खान के मुख्य वकील के तौर पर कोर्ट में पेश होंगे. अभी तक देश के जाने माने वकील सतीश मानशिंदे आर्यन का मुकदमा लड़ रहे थे, जो संजय दत्त और सलमान खान जैसे सितारों का केस लड़ चुके हैं. जमानत नहीं मिली तो बाद में एक और दिग्गज वकील, अमित देसाई भी साथ आए. अब रोहतगी तीसरे वकील हैं जो आर्यन खान की तरफ से पैरवी करेंगे. कहा जा रहा है कि कोर्ट में उनके साथ मानशिंदे और देसाई भी मौजूद रहेंगे.
दूसरी ओर एनसीबी की टीम आर्यन खान समेत अन्य सभी आरोपियों की जमानत अर्जी का विरोध करेगी. एनसीबी का दावा है कि उसके पास आर्यन खान और अनन्या पांडे के बीच हुए वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट्स हैं. इन चैट के आधार पर अनन्या से तीन बार पूछताछ हो चुकी है. एक स्क्रीनशॉट ग्रुप चैट का भी है, जिसमें आर्यन को "कोकेन टुमॉरो" का प्रस्ताव देते हुए देखा गया है. वहीं, एक चैट में आर्यन 'एनसीबी' के नाम पर अपने दोस्तों को धमकाते भी दिखे हैं. कौन हैं मुकुल रोहतगी? मुकुल रोहतगी भारत के अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं. उन्हें 19 जून 2014 को तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अटॉर्नी जनरल नियुक्‍त किया था. वे 18 जून 2017 तक देश के 14वें अटॉर्नी जनरल रहे. मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट के दिग्‍गज वकील हैं. उनके पिता अवध बिहारी रोहतगी दिल्‍ली हाई कोर्ट के जज थे.
मुकुल रोहतगी ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री ली है. इसके बाद उन्‍होंने योगेश कुमार सभरवाल के जूनियर के तौर पर अपनी प्रैक्‍ट‍िस शुरू की. ये वही वाईके सभरवाल हैं जो देश के 36वें चीफ जस्‍ट‍िस रहे हैं. मुकुल रोहतगी ने जस्‍ट‍िस सभरवाल के साथ हाई कोर्ट में काम करना शुरू किया था. साल 1993 में दिल्‍ली हाई कोर्ट ने उन्‍हें सीनियर काउंसिल का दर्जा दिया. 1999 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी और मुकुल रोहतगी एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने. जानने वाले कहते हैं कि मुकुल रोहतगी की सफलता का मंत्र है उनका कॉन्फिडेंस. वो कुछ मिनट की ब्रीफ पर भी कोर्ट में घंटों बहस कर सकते हैं.
Mukul Rohatgi Aryan Khan
मशहूर वकील मुकुल रोहतगी देश के 14वें अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं. (फोटो-इंडिया टुडे)
इन बड़े केसेज का हिस्सा रहे हैं मुकुल रोहतगी मुकुल रोहतगी देश के तोप वकीलों में से एक माने जाते हैं. तोप मतलब जिस केस में खड़े हो गए वहां फैसला उनके हक में होना तय है. मुकुल रोहतगी देश के सबसे महंगे वकीलों में शुमार होते हैं. इकॉनमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुकुल रोहतगी एक केस के लिए 1 करोड़ रुपये से ज्यादा फीस लेते हैं. उनके बड़े केसेज़ में ये केस शुमार हैं.
# साल 2021 में जब सरकार ने नए आईटी कानून बनाए तो इसके खिलाफ फेसबुक और वॉट्सऐप दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे. कोर्ट में अपना केस लड़ने के लिए कंपनी ने मुकुल रोहतगी को खड़ा किया. इस मामले में रोहतगी के अलावा कपिल सिब्बल और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे भी कंपनियों की तरफ से पेश हुए.
# मुंबई के पूर्व पुलिस चीफ परमबीर सिंह पर महाराष्ट्र के होम मिनिस्टर अनिल देशमुख ने गंभीर आरोप लगाए. इन आरोपों के खिलाफ परमबीर सिंह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. इसके अलावा मुंबई हाई कोर्ट में परमबीर सिंह ने अपने खिलाफ FIR को खत्म करने की अर्जी लगाई. इन दोनों ही मामलों में परमबीर सिंह की तरफ से कोर्ट में मुकुल रोहतगी पेश हुए.
# हाल ही में रोहतगी दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से दिल्ली हाई कोर्ट में पेश हुए. मामला था उनकी नियुक्ति का. असल में एक जनहित याचिका दाखिल करके उनकी नियुक्ति को नियम विरुद्ध और गलत बताया गया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया और राकेश अस्थाना की नियुक्ति को सही ठहराया.
# बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया की तरफ से मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए. मामला था कंपनी के ऊपर बकाया 58 हजार 258 करोड़ रुपए के एनुअल ग्रॉस रेवेन्यू का. इस मामले में एयरटेल की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी और एयरटेल और टाटा की तरफ से अरविंद दातार पेश हुए थे.
# कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली पुलिस ने मैट्रिक्स सेल्युलर कंपनी के ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर जब्त कर लिए. आरोप लगा कि कंपनी इनकी जमाखोरी कर रही है. सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचा तो कंपनी की तरफ से मुकुल रोहतगी पेश हुए. उन्होंने दलील दी कि दिल्ली पुलिस केस प्रॉपर्टी के तौर पर मशीनें नहीं सीज़ कर सकती.
# रिया चक्रवर्ती की एक याचिका के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में खड़े होने के लिए बिहार सरकार ने मुकुल रोहतगी को हायर किया. असल में रिया चक्रवर्ती चाहती थीं कि बिहार सरकार तब तक सुशांत सिंह राजपूत के मामले में जांच पर रोक लगा दे जबतक कि सुप्रीम कोर्ट में उनकी उस याचिका पर सुनवाई खत्म न हो जाए जिसमें जांच को बिहार से मुंबई ट्रांस्फर करने की गुहार लगाई गई है.
# जब एमजॉन की वेब सीरीज़ 'तांडव' पर तांडव मचा तब भी मुकुल रोहतगी ही कोर्ट में खड़े हुए. इस बार उन्हें वेब सीरीज़ बनाने वाले प्रोड्यूसर और डायरेक्टर ने हायर किया था. इस मामले में वेब सीरीज़ तांडव बनाने वालों पर क्रिमिनल केस दायर किया गया था. सीरीज़ बनाने वाले सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी से बचने के लिए पहुंचे थे. इस मामले में मुकुल रोहतगी के साथ एमजॉन की तरफ से सीनियर वकील फली नरीमन और सिद्धार्थ लूथरा भी कोर्ट में पेश हुए थे.
# मुकुल रोहतगी ने 2002 के गुजरात दंगों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार का बचाव किया था. इसके अलावा वे ‘बेस्ट बेकरी’ और ‘जहिरा शेख मामले’ के लिए सुप्रीम कोर्ट में जिरह कर चुके हैं.
# मुकुल रोहतगी साल 2018 में एक हाई प्रोफाइल केस में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पेश हुए. मामला सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज बीएच लोया से जुड़ा था. अप्रैल 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने जज लोया की मौत की जांच पर रोक लगा दी थी. इस फैसले की रोहतगी ने बहुत तारीफ की थी. इकॉनमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक इस केस में सरकार की तरफ से पेश होने के लिए उन्होंने 1.2 करोड़ रुपए की फीस ली थी.
# साल 2019 में जब कर्नाटक में राजनीतिक संकट आया और कांग्रेस के 10 विधायक इस्तीफे पर अड़े तो विधानसभा स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकारने से इन्कार कर दिया. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और बागी विधायकों की ओर से मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. आखिर में कांग्रेस की सरकार गिरी और बीजेपी की सरकार बनी.
# अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी के बीच हुई कानूनी तकरार में अनिल अंबानी की तरफ से मुकेश रोहतगी खड़े हुए थे. वहीं मुकेश अंबानी की ओर से उनके सामने देश के एक और बड़े वकील हरीश साल्वे खड़े हुए थे.
# जुलाई 2020 में राजस्थान की कांग्रेस सरकार दो धड़ों में बंटती दिखी. उनकी खींचतान बढ़ने लगी. सचिन पायलट के गुट पर अयोग्यता का खतरा मंडराया तो केस सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. पायलट खेमे की ओर से मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में मोर्चा संभाला था.
# 2012 में केरल तट पर दो भारतीय मछुआरों की हत्या करने के आरोपी दो इतालवी मरीन के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में चल रहे मुकदमे में रोहतगी ही इटली के दूतावास के वकील हैं.
# मुकुल रोहतगी ने अपने करियर के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में कई राजनेताओं का बचाव कोर्ट में किया है. उन्होंने कॉमनवेल्थ घोटाले और 2जी स्कैम के में शामिल लोगों की भी अदालत में पैरवी की है. तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता के खिलाफ जब भ्रष्टाचार का मामला कोर्ट पहुंचा तो मुकुल रोहतगी उनके बचाव में कोर्ट में खड़े हुए थे.
# बीजेपी नेता वरुण गांधी ने साल 2009 में भड़काऊ भाषण दिया तो मायावती सरकार ने उनके ऊपर रासुका लगा दिया. इससे बचने के लिए वरुण गांधी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. उनके बचाव में मुकुल रोहतगी पेश हुए. कोर्ट ने वरुण गांधी के खिलाफ रासुका वापस लेने का आदेश दिया.