
ट्विटर की ओर से जारी की गई इस फोटो में देखा जा सकता है कि सुपर फॉलो का विकल्प फॉलो के विकल्प की जगह आ चुका है, उसके बिल्कुल बगल में. (फोटो: साभार ट्विटर)
क्या भारत में भी लागू होगा? फिलहाल सुपर फॉलो का विकल्प केवल अमेरिका और कनाडा के लिए जारी किया गया है. और वो भी iOS यूजर्स यानी आईफोन इस्तेमाल करने वालों के लिए ही. लेकिन भारत जैसे देशों में एंड्रॉयड यूजर्स की संख्या काफी ज्यादा है, ऐसे में जल्द ही इसका एंड्रॉयड वर्जन भी लाया जाएगा. ट्विटर के मुताबिक,
"अभी US और कनाडा में iOS का उपयोग करने वाले लोग चुनिंदा अकाउंट्स को सुपर फॉलो कर सकते हैं. हम इसे अगले कुछ हफ्तों में वैश्विक स्तर पर iOS का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए पेश करेंगे. क्रिएटर सुपर फॉलोअर्स ट्वीट्स को केवल iOS पर शेयर कर सकते हैं, और सुपर फॉलोअर्स ट्वीट्स को iOS पर ही देखा जा सकता है, इसमें जल्द ही एंड्रॉयड को भी शामिल किया जाएगा."कौन बना सकेगा सुपर फॉलोअर? दूसरे यूजर्स को सुपर फॉलो का विकल्प देने के लिए और खुद के सुपर फॉलोअर्स बनाने के लिए ट्विटर ने कुछ नियम बनाए हैं. इसके मुताबिक, ऐसे किसी शख्स के 10 हजार फ़ॉलोअर्स होने जरूरी हैं. उसकी कम से कम 18 वर्ष की उम्र होनी चाहिए. और पिछले 30 दिन में कम से कम 25 ट्वीट्स होने जरूरी हैं. इस योग्यता के बाद ही आपके अकाउंट पर सुपर फॉलो का ऑप्शन दिखेगा. हालांकि ये योग्यता महज अमेरिका में ही है, भारत के लिए इस पर अभी कोई अपडेट नहीं दिया गया है. अभद्र ट्वीट भेजने वाले होंगे ब्लॉक सुपर फॉलोअर्स के अलावा ट्विटर ने सेफ्टी मोड नाम से एक और फीचर लॉन्च किया है, जो फिलहाल टेस्टिंग मोड पर है. ये फीचर खासतौर पर उन लोगों पर रोक लगाने के लिए लाया गया है, जो किसी यूजर को हानिकारक या अपमानजनक ट्वीट भेजते हैं. ये फीचर उन अकाउंट्स को ऑटोमेटिकली अस्थायी रूप से 7 दिन के लिए ब्लॉक कर देगा, जो अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करेंगे या नफरती टिप्पणी करेंगे. उन अकाउंट्स को भी ब्लॉक किया जाएगा, जो अकारण ही बार बार किसी को मेंशन करते हों या रिप्लाई करते हों. सेफ्टी मोड का विकल्प सेटिंग्स के प्राइवेसी एंड सेफ्टी के ऑप्शन में मिलेगा. इसे एंड्रॉयड और iOS दोनों में इस्तेमाल किया जा सकेगा.

ट्विटर के मुताबिक, सेफ्टी मोड का ऑप्शन सेटिंग्स में मिलेगा. इसे यहां से ऑन करके इस्तेमाल किया जा सकेगा. (फोटो: साभार ट्विटर)
ट्विटर ने इस फीचर के बारे में कहा है कि हमारी तकनीक मौजूदा रिश्तों का ध्यान रखती है, इसलिए जिन अकाउंट्स को आप फॉलो करते हैं या जिनके साथ अक्सर बातचीत करते हैं, वे ऑटोब्लॉक नहीं होंगे. ट्विटर ने आगे कहा कि जिन अकाउंट्स से हानिकारक या अकारण ट्वीट्स आते हैं, उन्हें हमारी तकनीक से ऑटोब्लॉक कर दिया जाएगा. इसके बाद वो अस्थायी रूप से आपके अकाउंट्स को फॉलो करने, आपके ट्वीट्स देखने या आपको सीधे संदेश भेजने का काम नहीं कर पाएंगे.
(ये स्टोरी हमारे यहां इंटर्नशिप कर रहे रौनक भैड़ा ने लिखी है.)