1971 में हुई बसंतर की लड़ाई सबसे महत्वपूर्ण लड़ाइयों में से एक है जिसने भारत को युद्ध में अंतिम बढ़त दिलाई. भारतीय सेना के 17 पूना हॉर्स के सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल ने असाधारण बहादुरी का परिचय दिया, अपने खुद के टैंकों के क्षतिग्रस्त होने के बावजूद पांच पाकिस्तानी टैंकों को नष्ट कर दिया. उनकी वीरता ने युद्ध के परिणाम को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया, हालांकि वे अंततः शहीद हो गए. सालों बाद, एक पाकिस्तानी अधिकारी ने खेत्रपाल के पिता को बताया कि अरुण का साहस उनकी हार के लिए महत्वपूर्ण था. क्या है सेकेंड लेफ्टिनेंट खेत्रपाल की कहानी, जानने के लिए देखें तारीख का ये एपिसोड.
तारीख: कहानी लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की जिन्होंने पाकिस्तान के 5 टैंक उड़ा दिए
सालों बाद, एक पाकिस्तानी अधिकारी ने खेत्रपाल के पिता को बताया कि अरुण का साहस उनकी हार के लिए महत्वपूर्ण था.
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