बहू- ये रस्म तो आपके घर में होती नहीं है न मां? सास - पर बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न.बस इसी बात को लेकर ट्विटर पर बवाल काटा जाने लगा. आनन-फानन में इसका बायकॉट ट्रेंड करने लगा. एक्ट्रेस कंगना रनौत भी इसमें कूद पड़ीं. कंगना रनौत ने विरोध करते हुए ट्वीट किया-
यह विज्ञापन कई स्तरों पर गलत है. हिंदू बहू लंबे वक्त से परिवार के साथ रह रही है, लेकिन उसे तब ही स्वीकार किया जाता है, जब वह परिवार को उत्तराधिकारी देने वाली है. क्या वह सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए है? यह विज्ञापन न सिर्फ लव जेहाद को प्रमोट करता है बल्कि लिंगभेद को भी बढ़ावा देता है.
This advert is wrong on many levels, Hindu bahu is living with the family for significant amount of time but acceptance happens only when she is carrying their heir. So what is she just a set of ovaries?This advert does not only promote love-jihad but also sexism #tanishq
तनिष्क के एकत्वम सीरीज का एड काल्पनिक एकता की बात करता है. एक मुस्लिम परिवार में हिंदू बहू को हिंदू रीति-रिवाज करने की इजाजत देना काल्पनिक है. यह बस लव जिहाद को प्रमोट करने का एक तरीका भर है. वह भी तब, जब राहुल राजपूत को मारा गया हो. Tanishq jewellery's 'Ekatvam' series' ad projects a fictional 'interfaith' union, a Muslim family, a Hindu daughter-in-law being allowed to do a Hindu ritual. Nothing but promotion of love jihad on the same day Rahul Rajput was killed #BoycottTanishq https://t.co/QD46Sa32fB — Sanjay Dixit ಸಂಜಯ್ ದೀಕ್ಷಿತ್ संजय दीक्षित (@Sanjay_Dixit) October 12, 2020एकता के नाम पर लव जिहाद
जब तनिष्क एकता के नाम पर लव जिहाद की बात करता है. जबकि कश्मीरी पंडितों को 30 साल पहले कश्मीर से निकाल दिया गया था. दिल्ली में हिंदू विरोधी दंगे होते हैं. राहुल राजपूत को मुस्लिम लड़की से प्रेम करने की वजह से मार दिया जाता है. प्रिया को धर्म न बदलने के लिए मारा जाता है.
मेरी मां मुस्लिम है. मेरी पत्नी हिंदू है. मेरी मां ने मेरी पत्नी को गिफ्ट में मंदिर दिया है. मेरे घर में हर दीवाली पर मेरी हिंदू पत्नी लक्ष्मी पूजा करती है. ये काल्पनिक नहीं है. मेरी मां इस काम में मदद करती हैं और पूजा देखती हैं, ये भी काल्पनिक नहीं है. तनिष्क के विज्ञापन में दिखाई गई बहू और सास बिल्कुल मेरे परिवार के जैसी है. My mom is MUSLIM. My wife Hindu. My Mom gifted my wife her Mandir! In our home on Diwali my HINDU wife does Laxmi Puja. Not fictional! My mom helps in decorating & watches the poojas! Not fictional! The daughter in law & mother in law in #tanishq is exactly my family @mvadera https://t.co/eEuUJXF7BU — Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) October 12, 2020शशि थरूर ने ट्वीट किया-
तो हिंदू कट्टरपंथियों ने तनिष्क ज्वैलरी के हिंदू-मुस्लिम एकता दिखाने वाले खूबसूरत विज्ञापन को बायकॉट करने का अभियान चला रखा है. अगर हिंदू-मुस्लिम एकत्वम से उन्हें दिक्कत है तो क्यों नहीं वो दुनिया में हिंदू मुस्लिम एकता की सबसे पुरानी मिसाल भारत का ही बायकॉट कर देते? So Hindutva bigots have called for a boycott of @TanishqJewelry for highlighting Hindu-Muslim unity through this beautiful ad. If Hindu-Muslim “ekatvam” irks them so much, why don’t they boycott the longest surviving symbol of Hindu-Muslim unity in the world -- India? pic.twitter.com/cV0LpWzjda — Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 13, 2020चेतन भगत ने लिखा-
मैं कभी-कभी सोचता हूं कि अगर महात्मा गांधी ने तनिष्क के इस विज्ञापन को देखा होता तो वह क्या कहते? एक इंसान जिसे हम राष्ट्रपिता कहते हैं और इतना महत्व देते हैं कि उनकी तस्वीर करंसी पर छापते हैं. एक इंसान, जिसने भारत को गढ़ने में मदद की. मैं सोचता हूं कि अब हम उनकी सुनते क्यों नहीं?