मिकी माउस 1928 में पहली बार दुनिया के सामने आया था और आज तक लोगों के पसंदीदा कार्टून में से एक बना हुआ है. तस्वीर में हॉलीवुड के मशहूर एक्टर रॉबर्ट डाउनी जूनियर के साथ मिकी कैरेक्टर. (फाइल फोटो- PTI)
MICKEY MOUSE. नीड्स नो इंट्रोडक्शन. लाल शॉर्ट्स, बड़े पीले जूते और सफेद दस्ताने पहने चूहे वाले कार्टून कैरेक्टर. भयंकर फेमस. मिकी का आज हैप्पी बड्डे है. 18 नवंबर. आज ही के दिन 1928 में मिकी का डेब्यू हुआ था. जब न्यू यॉर्क के कॉलोनी थियेटर में फिल्म स्टीमबोट विली रिलीज़ हुई थी.
कैसे पैदा हुआ मिकी
वाल्टर एलियास ‘वॉल्ट’ डिज़्नी. अमेरिका के प्रॉड्यूसर, डायरेक्टर, एनिमेटर, बिज़नेसमैन, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के बड़े नाम और न जाने क्या-क्या. दुनिया के सबसे बड़े प्रॉडक्शन हाउस वॉल्ट डिज़्नी की नींव रखने वाले. वाल्टर अब दुनिया में नहीं हैं. 1966 में उनका निधन हो गया. 1927 के अल्ले-पल्ले की बात है. वाल्टर उस समय 26 साल के थे. उन्होंने एक कार्टून कैरेक्टर तैयार किया था- ऑसवाल्ड, द लकी रैबिट. इस पर सीरीज़ भी चल रही थी. सीरीज़ को वाल्टर आगे चलाना चाहते थे, पर प्रोड्यूसर्स ने इसे बंद करने का फैसला किया. वे न्यूयॉर्क गए, प्रोड्यूसर से मिलने. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उल्टा ये कह दिया गया कि ऑसवाल्ड का कॉपीराइट प्रॉडक्शन हाउस के पास है, न कि वाल्टर के पास. इसलिए वाल्टर अब कहीं बाहर ये कार्टून कैरेक्टर नहीं बेच सकते. वाल्टर उदास और गुस्से से भरे मन के साथ ट्रेन में वापस लौट रहे थे. लॉस एंजिलिस को. ट्रेन के एक कोने में शांत बैठे-बैठे उन्होंने एक रफ स्केच सा खींचा. एक चूहा. Rest in History.
“मेरे जेहन में कुछ दिन पहले से ही एक चूहे का कैरेक्टर दौड़ रहा था. आप पूछेंगे चूहा क्यों? क्योंकि चूहे के साथ हम सब एक कनेक्ट महसूस करते हैं. सहानुभूति महसूस करते हैं. लेकिन साथ ही हम चूहे को देखकर डरते या चौंकते भी हैं. मैं खुद चूहे से डरता हूं. इसलिए ये कैरेक्टर लोगों से काफी जुड़ सकता था.” – वाल्टर
नामकरण
चूहे वाला ये कार्टून कैरेक्टर जैसे ही कागज पर उतरा, वाल्टर को भा गया. फौरन एक नाम दिया- मॉर्टिमर. कार्टून अपनी बीवी को दिखाया, जो वाल्टर के साथ ट्रेन में ही थीं. उनको भी बहुत पसंद आया. लॉस एंजिलिस उतरने से पहले बीवी ने कहा कि यार ये मॉर्टिमर नाम जम नहीं रहा. इसका नाम रखो- मिकी. मिकी माउस.
रिजेक्शन
घर पहुंचते ही वाल्टर ने मिकी के पहले कार्टून पर काम शुरू किया. इसी साल पहला कार्टून तैयार भी हो गया- प्लेन क्रेज़ी. दूसरा कार्टून भी तैयार किया गया- दि गैलोपिन. लेकिन वाल्टर को तब झटका लगा, जब इन दोनों कार्टून को कोई भी प्रॉड्यूस करने को तैयार नहीं हुआ. बताते चलें कि ये दोनों कार्टून म्यूट थे. यानी उनकी आवाज़ नहीं थी. इसी बीच एक ख़बर आती है. वॉर्नर ब्रदर्स, जो उस समय के भी बड़े प्रॉडक्शन हाउस में से थे, वे अब बोलती फिल्मों में इन्वेस्ट करेंगे. पहली फुरसत में वाल्टर ने मिकी के तीसरे कार्टून पर काम शुरू कर दिया- स्टीमबोट विली. बोलता कार्टून. लेकिन लॉस एंजिलिस में उस समय कोई ऐसा स्टूडियो नहीं था, जहां फिल्म की ऑडियो रिकॉर्डिंग की जा सके. इसके लिए वाल्टर को न्यू यॉर्क जाना पड़ा. फिल्म स्टीमबोट विली तैयार हुई. पहला प्रीमियर हुआ और यहीं से न्यू यॉर्क के कॉलोनी थियेटर ने फिल्म को प्रोड्यूस करने का फैसला ले लिया. रिलीज़ होते ही लोगों ने मिकी को हाथों-हाथ लिया.