1. अलबेला साजन आयो री
‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘हम दिल दे चुके सनम’ में आपने ये बंदिश सुनी होगी. इसे राग अहीर भैरव में गाया गया है. भैरव सुबह का राग है. और कहा जाता है कि कोमल सुरों वाले भैरव को गाने के बाद कोई दूसरा राग गाना बहुत कठिन होता है. क्योंकि भैरव दिमाग पर चढ़ जाता है. फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ से उस्ताद सुल्तान खान, कविता कृष्णमूर्ति और शंकर महादेवन की आवाज़ में सुनिए. https://www.youtube.com/watch?v=MCXQXuKpgKE2. राग शिवरंजनी
शिवरंजनी मतलब जो शिव का मन बहलाए. हिंदी सिनेमा के कई गाने भी इस राग में हैं. मेरा नाम जोकर का ‘जाने कहां गए वो दिन’ और किशोर कुमार का गाया ‘मेरे नैना सावन भादौ’ शिवरंजनी में ही कंपोज़ किए गए हैं. शिवरंजनी को सुनना है तो शब्दों से परे जाकर सुनिए. पंडित हरि प्रसाद चौरसिया की बांसुरी में सुनिए. https://www.youtube.com/watch?v=p0CK4J02ZRI3. भैरव की प्रिय भैरवी
शिव की बात हो और काशी की बात न चले ऐसा नहीं हो सकता. काशी और शिव के साथ बिसमिल्ला की बात भी करनी ही पड़ेगी. भैरवी एक चंचल राग है. शाम को सुने जाने वाले भैरवी में उस्ताद बिसमिल्ला खां की शहनाई फूंक भरती है तो बनारस की शाम का जादू परवान चढ़ता है. https://www.youtube.com/watch?v=HPW--T34ELQ4. भोले नाथ की होली
होली के आस-पास उत्तर भारत में होली और चैती गाई जाती है. सेमी क्लासिकल माने जाने वाली इस होली में शिव जब होली खेलते हैं तो रंग और गुलाल का नहीं भस्म और चिता की राख का ज़िक्र आता है. जिस शहर के घाट पर 24 घंटे चिता जलती हो उसे शमशान वैराग्य से बचने के लिए मृत्यु को उत्सव बनाना ही पड़ा होगा. https://www.youtube.com/watch?v=OZVbvluy5Oo5. शिव तांडव
शिव का एक रूप संहारक का भी माना जाता है. शिव की बात हो और तांडव की बात नहीं हो ऐसा नहीं हो सकता. तांडव के हम आपको दो वर्ज़न सुनवाते हैं. पहला श्रुति सोदेलकर की गाई शास्त्रीय रचना है. दूसरा वेस्टर्न म्युज़िक का फ्यूज़न है. दोनो का अपना स्वाद है. अपना मज़ा है. https://www.youtube.com/watch?v=naZj8eCwgkY https://www.youtube.com/watch?v=hMBKmQEPNzIवीडियो देखें:
नीदरलैंड्स में रहने वाले सिंगर राज मोहन से सुनिए विदेश में गाए जाने वाले भोजपुरी गाने -