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आज भी बजाज का मतलब स्कूटर है हमारे ज़हन में

'हमारा बजाज' को हमारा सपना बनाने वाले राहुल का आज बर्थडे है.

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Rahul Bajaj को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. (फोटो: इंडिया टुडे)
बजाज नाम सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? यकीनन वो स्कूटर और  'हमारा बजाज' वाला ऐड. बजाज स्कूटर जिससे एक पूरी जनरेशन की बचपन की यादें जुड़ी हैं. तो कितनों की शादी-ब्याह का मामला भी एक स्कूटर से पूरा होता था. इसी बजाज स्कूटर को घर-घर की पहचान बनाने वाले और बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर का नारा देने वाले शख्स का नाम राहुल बजाज है. जो आज की बजाज कंपनी के मुखिया हैं. 10 जून को इनका जन्मदिन होता है. तो इसी बहाने एक नजर इनकी लाइफ की कुछ दिलचस्प बातों पर. पहले वो एड जो बचपन में बहुत देखा है- https://www.youtube.com/watch?v=scltYH13uEY # राहुल बजाज के बारे में जानने की शुरुआत उनके दादा जमनालाल बजाज से होनी चाहिए. इनका जन्म राजस्थान के काशी का वास गांव के एक गरीब मारवाड़ी परिवार में हुआ था और  5 साल की उम्र में वर्धा के एक अमीर सेठ बच्छराज ने जमनालाल को गोद ले लिया. जमनालाल 1915 में महात्मा गांधी के संपर्क में आए और जीवन भर उनसे प्रभावित रहे. दोनों में इतना स्नेह था कि जमनालाल को महात्मा गांधी का पांचवा बेटा भी कहा जाता था. # राहुल बजाज के पिता कमलनयन बजाज थे और मां का नाम सावित्री था. सावित्री बजाज यूं तो एक बेहद ही मॉर्डन फैमिली से थीं. लेकिन शादी के बाद गांधी का इतना असर पड़ा कि खद्दर को अपना लिया. वहीं राहुल के पिता 3 बार कांग्रेस पार्टी से वर्धा के सांसद भी रहे. राहुल का जन्म 10 जून 1938 को हुआ. इनकी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से हुई है. दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र की, मुंबई विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस से एमबीए किया है. 1961 में राहुल ने ब्यूटी क्वीन और मॉडल रूपा घोलाप से शादी की. इन दोनों के तीन बच्चे हैं- राजीव, संजीव और सुनयना है. #साल 1926 में बजाज समूह की शुरुआत जमनालाल बजाज कर चुके थे.तब वे चीनी मिल चलाते थे.  राहुल ने 26 नवंबर 1964 को 26 साल की उम्र में बजाज कंपनी को ज्वाइन किया. और सबसे पहले कर्मिशियल डिपॉर्टमेंट का चार्ज संभाला. राहुल ने अपनी मेहनत और यूनिक सोच की वजह से कंपनी को 72 मिलियन से 46.16 बिलियन की कंपनी बना दिया. # 2006 में ये महाराष्ट्र राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं और 2001 में इन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था.  राहुल की पूरी फैमिली का ही भारत की आजादी में खासा योगदान रहा है. एक किस्सा ये भी है कि भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान राहुल की मां जेल गईं थी और जब लंबे समय के बाद राहुल अपनी मां से मिले थे तो वे मां को पहचान नहीं पाए. राहुल ने अपनी मां से पूछा था कि आप ही हमारी मां हो? जिसे सुनकर सावित्री बजाज रोने लगीं. # बजाज ग्रुप देश की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है. बजाज ग्रुप के अंदर 26 और कंपनियां हैं. जिसमें बजाज ऑटो, बजाज इलैक्ट्रिकल्स, बजाज हिंदुस्तान शामिल हैं. बजाज ऑटो टू व्हीलर और थ्री व्हीलर बनाने में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी है. राहुल की अगुवाई में ही कंपनी ने मोटरसाइकिल और स्कूटर बनाना शुरू किया. जिसके बाद बजाज स्कूटर घर-घर की पहचान बन गई थी. स्कूटर खरीदने के लिए नंबर लगावाना होता था. माने कि वेटिंग लिस्ट जारी होती थी. 1980 के दशक में बजाज ऑटो देश की सबसे बड़ी स्कूटर बनाने वाली कंपनी बन गई थी. # राहुल बजाज ने जब अपने बड़े बेटे राजीव को कंपनी का जिम्मा सौंपा तब उनके बेटे ने ये फैसला किया कि बजाज स्कूटर का उत्पादन बंद होगा. इस फैसले पर राहुल बजाज ने कहा था उन्हें बहुत दुख हुआ है ये सुनकर. अब बजाज स्कूटर जिनमें चेतक काफी पॉपुलर था, अब बंद हो चुका है और बाइक्स काफी पॉपुलर हैं. # बॉक्सिंग के शौकीन राहुल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बॉक्सिंग की वजह से ही उन्हें बिजनेस में मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने का हौसला मिलता है.  2017 फोर्ब्स मैग्जीन ने राहुल बजाज को दुनिया भर के अमीरों की लिस्ट में 544वें नंबर पर रखा है. # 2012 में 'हमारा बजाज' नाम से एक फिल्म बनने वाली थी. जॉन अब्राहम की प्रोडॉक्शन हाउस वाली इस फिल्म को डायरेक्टर सुजित सरकार बनाने वाले थे. आयुष्मान खुराना बतौर हीरो इस फिल्म में काम करने वाले थे. टाइटल को लेकर बजाज कंपनी ने कानूनी नोटिस भेज दिया था. क्योंकि 'हमारा बजाज' कंपनी की टैगलाइन रही है.
विडियो- अमित शाह से सवाल पूछने वाले राहुल बजाज के कांग्रेस सरकार से भी पंगे थे