7 मई को बैंगलुरू में पत्रकारों से बात करते में मनमोहन सिंह ने अपने बचपन का एक वाकया बताया. उन्होंने बताया कि जब वो 13 साल के थे तब पहली बार जिन्ना से मिले थे. वो लाहौर में जिन्ना के घर के पास रहा करते थे. कॉलेज के दिनों में मनमोहन को हॉकी खेलने का बड़ा शौक था. हॉकी का मैदान जिन्ना के घर के पास था. जब वो हॉकी खेला करते थे तो जिन्ना अक्सर अपने घर के बाहर खड़े होकर देखा करते थे.
एक दिन खेलते टाइम मनमोहन ने हॉकी स्टिक से बॉल मारी जो सीधे जिन्ना को जाकर लगी. लेकिन अच्छी बात यह रही कि जिन्ना के ज्यादा चोट नहीं लगी. जिन्ना ने भी इसे इग्नोर कर दिया था.

ये किस्सा भारत के विभाजन होने से पहले का था.
इस किस्से को बताने के बाद एक पत्रकार ने मनमोहन से मजाकिया अंदाज में कहा कि यह जिन्ना पर पहला हमला था. और आपको इसका बखान करते हुए क्रेडिट लेना चाहिए. इस पर मनमोहन अपने चित-परिचित अंदाज में हल्के से मुस्कुरा दिए.
दरअसल मनमोहन पाकिस्तान के पंजाब में पैदा हुए थे. और भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद हिन्दुस्तान आ गए थे. अभी मनमोहन उन कुछ लोगों में से हैं जिन्होंने जिन्ना से मुलाकात की थी. मनमोहन अपने कॉलेज टाइम में जिन्ना के पडोसी थे.
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