The Lallantop

जमघट: CM रहते दबा के सिगरेट पीते थे भूपेंद्र हुड्डा, एक दिन पिता ने रास्ता रोक लिया और...

दी लल्लनटॉप के पॉलिटिकल वीकली शो 'जमघट' में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी सिगरेट पीने की लत के बारे में बताया.

Advertisement
post-main-image
2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी सिगरेट पीने की आदत एकदम से छोड़ दी. (फ़ोटो- PTI औऱ Unsplash.com)

भूपेंद्र सिंह हुड्डा. हरियाणा के पूर्व सीएम. दी लल्लनटॉप के पॉलिटिकल वीकली शो ‘जमघट’ में इस बार कांग्रेस के ये दिग्गज नेता पधारे. शो में उनसे कई मुद्दों और व्यक्तियों के बारे में सवाल पूछे गए. जैसे की इंक स्कैंडल, मोदी-शाह के साथ उनकी कथित साठगांठ, रॉबर्ट वाड्रा और DLF लैंड डील के बारे में सवाल किए गए. एक सवाल उनकी सिगरेट की लत के बारे में भी पूछा गया. भूपेंद्र हुड्डा ने माना कि एक समय वो बहुत ज्यादा सिगरेट पीने लग गए थे और पिता के कहने पर उन्होंने एक ही दिन में ये आदत छोड़ दी.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिगरेट कैसे छोड़ी?

भूपेंद्र सिंह हुड्डा से एक सवाल और पूछा गया. उनकी सिगरेट पीने की आदत के बारे में. भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने कॉलेज के समय चेन स्मोकर थे. मतलब एक के बाद एक सिगरेट जलाते थे. लेकिन 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपनी सिगरेट पीने की आदत एकदम से छोड़ दी. कैसे? 

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस सवाल पर कहा कि जब उन्होंने सिगरेट पीना शुरू किया उस वक्त उनके पिता रणबीर सिंह हुड्डा मिनिस्टर थे. कांग्रेस नेता ने बताया कि जब वो रोहतक कॉलेज में पढ़ने आए तब उन्होंने सिगरेट पीनी शुरू की. वो अपने दोस्तों के साथ उन्होंने विल्स और नेवी कट सिगरेट पीते थे. पूर्व सीएम ने बताया, 

Advertisement

“विल्स और नेवी कट से मैंने सिगरेट पीनी शुरू की और बाद में इंडिया किंग्स तक पहुंच गया. इंडिया किंग्स के पैकेट में 20 सिगरेट आती थीं. तो मैं रोज़ के डेढ़ पैकेट पीता था. मतलब 30-35 सिगरेट रोज़ की. मैं लगभग चेन स्मोकर बन गया था. फिर 2005 में मैं चीफ मिनिस्टर बन गया.” 

हुड्डा ने आगे बताया कि उनके पिता गांधीवादी थी. उन्होंने कभी अपने पिता के सामने सिगरेट नहीं पी थी. लेकिन उनको पता चल गया कि बेटा बहुत सिगरेट पीता है. उन्होंने कहा,

“एक दिन मैं चंडीगढ़ जा रहा था. मेरे पिता सैर करके वापस आ रहे थे. उन्होंने मेरी गाड़ी रुकवाई. मैंने उनको नमस्ते किया, पैर छुए. उन्होंने मुझसे एक ही बात कही कि ‘भूपेंद्र सिगरेट छोड़ दे. नहीं तो मैं सत्याग्रह कर दूंगा.’ इस बात से मेरे दिल पर चोट लगी. क्योंकि मेरे बड़े भाई कैप्टन थे. वो भी स्मोक करते थे. उनको स्मोकिंग से गले में कैंसर हो गया था. उसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई थी. तो मेरे पिता के दिमाग में यही बात चलती थी की कहीं मेरे साथ ऐसा ना हो जाए. तो वो दिन और आज का दिन. मैंने उसके बाद कभी सिगरेट नहीं पी.”

Advertisement

इसके साथ ही भूपेंद्र हुड्डा ने सिगरेट पीने वालों के लिए कहा कि सिगरेट ऐसे ही नहीं छूटती है कि आज 5 कल 10 सिगरेट पीलें. वो मानते हैं कि सिगरेट छोड़नी है तो एकदम से सारी सिगरेट छोड़ दो.

जमघट का ये एपिसोड आप शुक्रवार, 30 जून को यूट्यूब, वेबसाइट औऱ फेसबुक पर देख सकते हैं.

वीडियो: जमघट: नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश में मॉब लिंचिंग पर क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम क्यों समझाने लगे?

Advertisement