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नहीं रहे मशहूर फैशन डिजाइनर जॉर्जियो अरमानी, 91 साल की उम्र में निधन

Giorgio Armani Dies: ‘री जॉर्जियो’ या किंग जियोर्जियो के नाम से मशहूर अरमानी अपनी आधुनिक इतालवी शैली और शान-शौकत के लिए जाने जाते थे. उनमें डिजाइनर की प्रतिभा भी थी और बिजनेस पर पकड़ भी.

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जॉर्जियो अरमानी का 91 साल की उम्र में निधन.

इटली के मशहूर फैशन डिजाइनर जॉर्जियो अरमानी का 91 साल की उम्र में निधन हो गया है. वो इटली को ग्लोबल फैशन में अग्रणी बनाने और हॉलीवुड सितारों के लिए कपड़े डिजाइन करने के लिए मशहूर थे. वो इटली के मिलान शहर के रेडी-टू-वियर ब्रांड के दिग्गज थे.

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जॉर्जियो अरमानी ने अनस्ट्रक्चर्ड लुक्स के साथ फैशन में क्रांति ला दी थी. वो बीते कुछ समय से बीमार थे. इसके चलते वो जून, 2025 में मिलान फैशन वीक में स्प्रिंग-समर 2026 मेन्सवियर के प्रिव्यू के दौरान शामिल नहीं हो पाए. उनके फैशन हाउस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उनके निधन की सूचना दी. बताया कि अरमानी का निधन घर पर ही हुआ. फैशन हाउस ने कहा कि अरमानी का अंतिम संस्कार 7 सितंबर को मिलान शहर में किया जाएगा.

वो अपने संग्रह के हर डिटेल और अपने बिजनेस के हर पहलू की देखरेख के लिए जाने जाते थे. विज्ञापन से लेकर रनवे पर जाने वाले मॉडल्स के बालों को ठीक करने तक, वो सबका ख्याल रखते थे. इस महीने मिलान फैशन वीक होना है. बताया जाता है कि जॉर्जियो अरमानी इस दौरान अपने सिग्नेचर फैशन हाउस के 50 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए एक बड़े कार्यक्रम की योजना बना रहे थे.

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‘री जॉर्जियो’ या किंग जॉर्जियो के नाम से मशहूर अरमानी अपनी आधुनिक इटैलियन शैली और शान-शौकत के लिए जाने जाते थे. उनमें डिजाइनर की प्रतिभा भी थी और बिजनेस पर पकड़ भी. इसके दम पर उन्होंने एक ऐसी कंपनी चलाई, जिसका सालाना कारोबार लगभग 2.3 अरब यूरो था.

कौन थे जॉर्जिया अरमानी?

इटली के पियाचेंज़ा शहर में अरमानी 11 जुलाई 1934 को पैदा हुए. जब वो पांच साल के थे, तब उन्हें कठपुतलियां पसंद थीं. उन्होंने भाई बहनों संग मिलकर खुद एक शो करने की सोची. उनके मोहल्ले के पादरी ने इस काम में मदद की. सब तैयारी चालू. मगर शो नहीं हो पाया. क्योंकि शहर पर बम गिरने लगे. ये दूसरा वर्ल्ड वॉर शुरू होने का वक्त था.

बाद में जॉर्जियो अरमानी ने कॉलेज के बाद मेडिकल की पढ़ाई शुरू की. मगर बीच में छोड़ दी. फौज में चले गए. फौजियों को उन दिनों पीस पोस्टिंग में अलग अलग मनोरंजक जगहों पर भेजा जाता. ताकि वो ताज़ादम रहें. जॉर्जियो जिस प्लाटून के साथ थे, उसे कई बार फैशन शो देखने का मौका मिलता. यहीं से उनकी कपड़ों में दिलचस्पी हो गई. इतनी कि उन्होंने खाकी वर्दी उतार दी और वर्दी सिलने की दुकान पर नौकरी कर ली.

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23 साल की उमर में एक अधूरा कोर्स और एक अधूरी नौकरी के बाद ये सब हुआ. तीन बरस जॉर्जियो ने सिलाई, कढ़ाई, कटाई सीखी. यानी फैशन. फिर वो एक बड़ी टेलरिंग कंपनी में चले गए. अब वो डिजाइनर के तौर पर धाक जमाने लगे थे. उनके काम की डिमांड होने लगी थी. इस वक्त जॉर्जियो की मुलाकात सैर्जो से हुई. सैर्जो भी फैशन से जुड़े थे. दोनों साथ आ गए.

यहां एक डिजाइन ऑफिस खुलता है. कुछ ही हफ्तों में शहर में, मीडिया में, बायर्स में उसकी चर्चा होने लगती है. ये अरमानी और सैर्जो का ऑफिस था. उन्होंने अरमानी के नाम से आदमियों के कपड़े लॉन्च कर दिए थे. उसके बाद की कहानी तो सबको पता है. पूरी दुनिया में, फिल्मी सितारों से लेकर, कलाकारों तक, अरमानी के कपड़े पहनने का एक ही मतलब होता है. कि उनका टाइम आ गया.

इन सालों में अरमानी ने 10 अरब डॉलर का फ़ैशन साम्राज्य खड़ा किया. जॉर्जियो अरमानी की कोई संतान नहीं थी. लेकिन वो अपनी भतीजी रोबर्टा के बेहद करीब थे. रोबर्टा उनके दिवंगत भाई सर्जियो की बेटी हैं.

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