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ईरान हमले से पहले ये बात भी बता देता तो पाक आर्मी की 'बेइज्जती' न होती, असल खेल तो अब पता चला

Iran ने Pakistan को हमले वाली बात पहले ही बता दी थी, लेकिन एक बात उसने पाकिस्तान को हमले से पहले नहीं बताई. और इसी वजह से पाकिस्तान उससे नाराज हो गया. क्या थी ये बात?

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ईरान और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के सीमाई इलाकों में हवाई हमले किए हैं. (फोटो सोर्स- AFP)

‘16 जनवरी के मिसाइल हमले के बारे में पाकिस्तान की सेना को पहले ही एक पत्र देकर आगाह किया गया था.’ ये दावा ईरान की मीडिया का है. उसने एक रिपोर्ट के आधार ये बातें कही हैं. लेकिन ईरान ने पाकिस्तान को पहले बता तो दिया था, लेकिन उसके साथ एक खेल भी खेल दिया था, एक बात उसने पाकिस्तान को हमले से पहले नहीं बताई थी. और इसी वजह से पाकिस्तान उससे नाराज हो गया. क्या थी ये बात?      

ईरान ने 16 जनवरी को पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में मिसाइल हमले (Iran missile attack on pakistan) किए थे. जवाब में पाकिस्तान ने भी ईरानी सीमा के अंदर हवाई हमले (pakistan attack on iran) किए. दोनों देशों का कहना था कि उन्होंने दोनों देशों के सीमाई इलाकों में सक्रिय विद्रोही और अलगाववादी गुटों के ठिकानों पर हमले किए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों देशों में इन हमलों के चलते अब तक कम से कम 11 आम लोगों की मौत हो चुकी है.

ईरान ने पाकिस्तान को क्या नहीं बताया था?

अब जो खबर आई है, उसके मुताबिक, पाकिस्तानी सेना को ईरानी हमले के बारे में पहले से पता था. इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक, मामले से अच्छे से वाकिफ एक ईरानी सूत्र ने स्थानीय मीडिया को बताया,

'ईरान ने पाकिस्तान को ये नहीं बताया था कि वो हमले के बारे में जानकारी को सार्वजानिक करेगा. वे बिना प्रचार किए भी हमला कर सकते थे.'

रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के करीबी माने जाने वाले एक टेलीग्राम चैनल ने 18 जनवरी को लिखा,

“पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ को-आर्डिनेशन (समन्वय) की जरूरत थी, इस हफ्ते ऐसा किया गया.”

आगे लिखा गया,

“पाकिस्तान का आज का हमला भी उस समझौते के मुताबिक है और सीमा पर आतंकवाद से निपटने तथा सीमा पर स्थायी सुरक्षा सुनिश्चित करने के दोनों देशों के दृढ़ संकल्प का परिणाम है.”

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कुछ ईरानी पत्रकारों का मानना है कि अफगानिस्तान में ईरानी राष्ट्रपति के दूत, हसन काज़ेमी-कोमी के हाल ही में पाकिस्तान की यात्रा करने का उद्देश्य इस्लामाबाद को ईरान के आगामी हमले के बारे में पहले से सूचना देना हो सकता है."

ईरानी मीडिया के मुताबिक, गुरुवार को ईरान के शीर्ष सुरक्षा निकाय की बैठकें हुईं. ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी इनकी अध्यक्षता कर रहे थे. इनमें बताया गया कि आतंकवादी एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे और मंगलवार को ईरान ने एहतियातन हमले किए थे.

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ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि सीमा के दक्षिण-पूर्व इलाके में सुरक्षा बलों की इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के साथ झड़प हुई, जिसमें दो आतंकियों की मौत हो गई जबकि कई अन्य आतंकी पकड़े गए थे. उनके पास से विस्फोटक और हथियार जब्त किए गए हैं.

हालांकि हम IRGC के करीबी माने जाने वाले टेलीग्राम चैनल की रिपोर्ट की पुष्टि नहीं करते और न ही इस बात की पुष्टि करते हैं कि पाकिस्तान को ईरानी हमले के बारे में पहले से पता था. लेकिन, इतना जरूर है कि इज़रायल और हमास के बीच बीते साल 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग के बाद से इन दोनों देशों में सीमा पार से जो हमले हुए, वो हालिया सालों में सबसे ज्यादा हैं. इसलिए इस इलाके की शांति और स्थिरता को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं. ईरान और पाकिस्तान के संबंधों में उतार-चढ़ाव रहा है, लेकिन दोनों पक्षों ने तनाव को कम करने के इरादे भी जाहिर किए हैं.

वीडियो: पाकिस्तान किया जवाबी हमला, ईरान ने बताया कितने लोगों की गई जान?