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इकलौती उल्टी बहने वाली नदी की अनसुनी कहानी

राम के कुल में हुई थी नर्मदा की शादी. इस कनेक्शन और नर्मदा के बारे में सब कुछ जानें.

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फोटो - thelallantop
नर्मदा नदी के बारे में कई लोककथाएं प्रचलित हैं. बताते हैं कि नर्मदा की शादी सोनभद्र से होने को थी लेकिन सोनभद्र इंट्रस्टेड थे नर्मदा की दासी जुहिला में. नर्मदा को पता चला तो वो मंडप से उल्टे पैर लौट गई. कहते हैं वो दिन है और आज का दिन, नर्मदा उल्टी बह रही है. सबूत दिया जाता है कि नर्मदा गंगा और गोदावरी की उल्टी दिशा में बहती है. सोनभद्र से बिगाड़ हुआ तभी भौगोलिक रूप से अब भी यह एक ख़ास जगह पर सोनभद्र नदी से अलग होती है. पर क्या सिर्फ यही सच है. वायु पुराण, विष्णु पुराण और महाभारत की कुछ कहानियों पर यकीन करें तो नर्मदा दरअसल नागों की बहन थी. जिसकी शादी भगवान राम के इक्ष्वाकु वंश के राजा पुरुकुत्स से हुई थी. जो लोग नर्मदा को 'चिरकुंवारी' मानते हैं उन्हें पता हो कि नर्मदा का एक बेटा भी था जिसका नाम त्रसदस्यु था. नागों और गंधर्वों की आपस में बनती नही थी. नागों ने अपनी बहन नर्मदा की शादी करा रखी थी मांधाता के बेटे पुरुकुत्स से. एक बार गंधर्व नागों पर हावी हो गए. पाताल नागों के हाथ से जाता रहा तब नागराज ने नर्मदा से मदद मांगी. नर्मदा अपने पति पुरुकुत्स को लेकर पाताल में गईं और वहां पुरुकुत्स ने सारे गंधर्वों को मार नागों का भला कर दिया. दिल्ली का एक म्यूजिक बैंड हुआ करता है- इंडियन ओशन. उनका एक चर्चित गाना है. मां रेवा थारो पानी निर्मल कल-कल बहतो जायो रे. एक एलबम आया था इंडियन ओशन बैंड का 'कंदीसा'. उसी में पहली दफा सुना गया. राहुल राम ने गाया है. गाना क्या है निमाड़ी लोकगीत है. यह सदानीरा नर्मदा की स्तुति है जो घर-घर गाई जाती है. धन्यवाद है कि जो सींचती जाती है, जहां से भी गुजरती है. नर्मदा बचाओ आंदोलन के दिनों में खूब बजता था. इंडियन ओशन वालों के कान में पड़ा वहां से एलबम में आया. MTV Unplugged में भी बजा. यहां सुनिए जिक्र वही है. गाने वाले सदियों से गाते रहे हैं. 'तू जे मइआ चरन कुमारी, शिव शंकर की राजकुमारी' हम अभी कुछ और कहते हैं. सच क्या है ये नर्मदा मइया जानें. बाकी नर्मदा हैं बहती रहेंगी. सीचेंगी, बच्चे उनकी गोद में खेलते रहेंगे. (स्रोत: नागवंश की पुराकथाएं) https://www.youtube.com/watch?v=ZAffWIIXA4o