तो अमेजन पर ये अमेजिंग कारनामा होने जा रहा है. इसमें अली फजल, विक्रांत मेसी और श्वेता त्रिपाठी जैसे धाकड़ एक्टर्स हैं. फरहान अख्तर के साथ रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट कंपनी इसे प्रोड्यूस कर रही है. करन अंशुमान और पुनीत कृष्णा इसके रचनाकार हैं. मिर्जापुर से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख रहे हैं गुरमीत सिंह.

अली फजल, श्वेता त्रिपाठी और विक्रांत मेसी
ये जानकारी हमको भी इधर उधर से पढ़कर मिली. लेकिन दिमाग में कीड़ा काट रहा था कि थोड़ी सी और खोज की जाए. तो इसके क्रिएटर करन अंशुमान को फोन किया. करन 'इंडियन एज' के दूसरे सीजन के शूट पर बैठे थे. हमने कहा 2 मिनट का टेम होगा भाईसाब? उन्होंने सहर्ष हां किया और कुछ सवालों के जवाब दिए. मैंने साफ साफ अपनी बेइज्जती कराते हुए उनसे बोल दिया कि आपकी सीरीज के बारे में उतना ही पता है जितना लोग बता रहे हैं. आगे आप बताएं. हीरो हिरोइन कौन हैं इसमें?

करन अंशुमान, तस्वीर फेसबुक से
करन- अली फजल तो हैं ही. इस फिल्म के लिए उन्होंने खूब बॉडी बनाई. टीवी के जाने माने कलाकार विक्रांत मेसी हैं. मसान वाली श्वेता त्रिपाठी हैं. पंकज त्रिपाठी हैं. रसिका दुग्गल हैं जिन्होंने मंटो में भी काम किया है. प्यार का पंचनामा वाले दिव्येंदु शर्मा हैं. श्रिया पिलगांवकर हैं जिन्होंने फैन में काम किया था.

पंकज त्रिपाठी, श्रिया पिलगांवकर, दिव्येंदु शर्मा, रसिका दुग्गल
सवाल- कहानी क्या है? करन- देखो अभी पूरा प्लॉट तो मैं नहीं बता सकता.(मैंने कहा- उतना ही बताओ भाई जितने में स्पॉइलर न आए) हां तो ये कहानी मुख्य रूप से गैंग्स की है. पूर्वांचल के गैंग. शूटिंग भी ज्यादातर बनारस, मिर्जापुर वगैरह में हुई है. ढेर सारा एक्शन है. कायदे से इस तरह का अभी तक कुछ भारतीय इंडस्ट्री में आया नहीं है. किसी भी फॉर्मैट में, न टीवी न वेब और न फिल्म. हमको स्पेस मिला है टू पुश द वॉल्स. जहां सेंसरशिप नहीं है. तो हमने खूब क्रिएटिविटी का इस्तेमाल किया है. इसे आप इंडो वेस्टर्न टाइप की चीज समझ सकते हैं.

कट्टा मतलब खून खच्चर
सवाल- अच्छा तो इसको किस विदेशी सीरीज से कंपेयर कर सकते हैं? करन- कंपेयर करना तो मुझे नहीं लगता कि ठीक है(मुझे भी नहीं लगता) पूरी तरह देसी है. बहुत ही लोकल फ्लेवर के साथ शूट किया है.
सवाल- कितने सीजन हैं टोटल? करन- ये तो अभी नहीं बता सकते (हंसते हैं) ऑफिशियली तो एक ही सीजन है अभी. बाकी तो ऑडियंस बताएगी हमें.
सवाल- तो इसमें केवल मार काट ही है या सेक्स और रोमांस का तड़का भी लगा है? करन- है तो रोमांस भी है, थोड़ा हंसी मजाक भी है लेकिन मेनली क्राइम थ्रिलर ही है.

पूर्वांचल के गैंग्सटर्स की लड़ाई है मिर्जापुर
सवाल- ये फॉर्मैट जो है वेब सीरीज का, इसमें तो अलग ही मजा होगा? करन- हां इसे तो अभी एंजॉय कर रहे हैं. कोई बंधन नहीं है. जैसे हम लिखते हैं और विजुअलाइज करते हैं. सेंसर वेंसर का कोई ध्यान ही नहीं रहता. अब एक्चुअली कोई एक्टर या करेक्टर जो बोलेगा तो ये नहीं सोचना पड़ेगा कि निहलानी जी क्या सोचेंगे. (पहलाज निहलानी सेंसर बोर्ड के चेयरमैन थे तो खूब कैंची चलाई.)
सवाल- तो कब तक आ जाएगी ये अमेजन प्राइम पर? करन- आई होप कि साल के आखिर तक आ जानी चाहिए. ऑफिशियल डेट तो अभी मुझे पता नहीं है.
तो ये थी बातचीत, मिर्जापुर के लेखक से. उनके साथ दो और लोगों ने लिखा है. पुनीत कृष्णा और विनीत कृष्णा ने. वेब सीरीज का दौर अच्छा चल निकला है. सैक्रेड गेम्स अभी नेटफ्लिक्स पर धूम मचाए हुए है. कंट्रोवर्सी ने भी इसे घेरा और तारीफ भी खूब हुई. कुल मिलाकर सीरीज हिट जा रही है. उम्मीद है कि मिर्जापुर भी धड़ धड़ धड़कन बढ़ाए रहेगी.
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