लेकिन यहां हम मनोज बाजपेयी या अनुपम खेर पर बात नहीं करेंगे. बात करेंगे उस एक्ट्रेस की, जिसका करियर मनोज की मां की कही बात के इर्द-गिर्द घूमकर रह गया. वो एक्ट्रेस जो छोटे शहर से सपने लेकर बड़े शहर आई, लेकिन वो कभी पूरे न हो सके. वो एक्ट्रेस जिसे हमने ‘कपिल शर्मा शो’ पर हमेशा हंसते देखा. और हमारे बड़ों ने उसे ‘श्रीमान श्रीमती’ पर हंसाते. लेकिन फिर भी उसकी स्ट्रगल स्टोरी से हम शायद अनजान हैं. आपको बताएंगे अर्चना पूरन सिंह के बारे में. वो अर्चना जिन्हें हमने ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘मोहब्बतें’ से लेकर 'कुछ कुछ होता है' तक करीब 70 से ज्यादा फिल्मों में देखा. लेकिन फिर भी वो मानती हैं कि उनके अंदर के आर्टिस्ट से लोग आजतक अपरिचित हैं.
