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सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा रूट के लिए फिर वही निर्देश दिया जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई थी

यूपी में कांवड़ यात्रा के रास्ते पर पड़ने वाली मीट की दुकानें बंद रहेंगी. इसके अलावा दुकानों पर उनके मालिकों के नाम लिखे जाने का निर्देश भी दिया गया है.

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कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी ने अहम निर्देश जारी किए हैं (India Today)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों को लेकर गुरुवार, 26 जून को एक अहम समीक्षा बैठक की. इसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और रथयात्रा जैसे आयोजनों के दौरान कोई भी भड़काऊ नारा या हथियारों का प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इंडिया टुडे से जुड़े आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा,

धार्मिक आयोजनों के दौरान अनुशासन बनाए रखना पहली प्राथमिकता होगी. डीजे और ताजिया की ऊंचाई तय सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए और ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए डेसिबल सीमा का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए.

सीएम योगी ने सावन महीने में मंदिरों की सफाई, क्राउड मैनेजमेंट, मेडिकल और आपदा प्रबंधन की विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए. सोशल मीडिया पर अफवाहों और फेक न्यूज के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने को कहा और अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कांवड़ यात्रा के रास्ते पर मांस की बिक्री पूरी तरह से बंद रहे. इतना ही नहीं, कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों पर उनके मालिकों के नाम भी साफतौर पर लिखे होने चाहिए.

यूपी में पिछले साल भी कांवड़ यात्रा के दौरान ये आदेश दिया गया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था. इस बार भी सपा और कांग्रेस के नेताओं ने योगी सरकार के इस फैसले की आलोचना की है.

सपा ने मीट की दुकानों को बंद रखने के फैसले को ‘पक्षपात’ बताते हुए कहा कि अगर सारी दुकानें बंद हो गईं तो अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले लोगों का क्या होगा? दुकानों पर मालिकों के नाम लिखे जाने के फैसले पर सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा,

यह नियम सभी पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए. किसी एक समुदाय को टारगेट नहीं करना चाहिए.

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की याद दिलाई, जिसमें कोर्ट ने दुकानों पर मालिकों के नाम लिखे जाने के फैसले पर अंतरिम रोक लगाई गई थी. तिवारी ने कहा कि योगी सरकार को कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा जरूर बढ़ानी चाहिए, लेकिन उन्हें ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को भी याद रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि योगी अनुभवी मुख्यमंत्री हैं. उन्हें पता होगा कि सुप्रीम कोर्ट भारत में सर्वोच्च है.

वहीं भाजपा नेता जयवीर सिंह ने सीएम के आदेशों का बचाव किया. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा हिंदुओं की धार्मिक तीर्थयात्रा है. ऐसे में दुकानों पर मालिकों के नाम लिखे जाने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. नाम छिपाने से किसी को कोई फायदा नहीं होगा. वहीं, कांवड़ियों की धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखते हुए मीट की दुकानें भी बंद रहनी चाहिए.

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