एक महिला है जिसकी डेढ़ साल पहले ‘हत्या’ हो गई थी. ‘मर्डर’ के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. इस मामले में कोर्ट की कार्यवाही पूरी ही होने वाली थी कि महिला सही-सलामत खुद चलकर थाने पहुंच गई. पुलिस को बताया कि वह ज़िंदा (Woman Found Alive After 18 Months) है. मामले से हैरान-परेशान पुलिस ने अब दोबारा जांच शुरू कर दी है.
18 महीने पुराना 'मर्डर', पुलिस ने जांच की और कोर्ट में कार्यवाही तक हो गई, फिर एक दिन...
Woman Found Alive After 18 Months: महिला अगस्त 2023 में बिना किसी को बताए घर से चली गई थी. एक साल से ज़्यादा वक्त तक उसे राजस्थान के कोटा में बंधक बनाकर रखा गया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले का है. पुलिस रिकॉर्ड में महिला की मौत की तारीख़ 9 सितंबर 2023 दर्ज है. तब पुलिस को झाबुआ में एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला था. परिवार के एक सदस्य ने शव की पहचान अपनी 28 वर्षीय रिश्तेदार के तौर पर की थी.
इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पुलिस ने रेप और हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया था. चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी थी. इतनी ही नहीं, कोर्ट में केस अपने आखिरी चरण में था. बस एक गवाह की ही जांच होनी बाकी थी.
लेकिन 11 मार्च 2025 के रोज़ आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वाली यह महिला थाने पहुंची. अपनी पहचान और ज़िंदा होने के सबूत के तौर पर आधार कार्ड और वोटर ID पेश किए. महिला ने दावा किया कि वह अगस्त 2023 में बिना किसी को बताए घर से चली गई थी. एक साल से ज़्यादा वक्त तक उसे राजस्थान के कोटा में बंधक बनाकर रखा गया.
महिला ने कहा,
मैंने बिना किसी को बताए घर छोड़ दिया था. भपुरा में एक आदमी के साथ रहने चली गई थी. उसने मुझे कहा था कि वह मुझसे प्यार करता है और शादी करना चाहता है. लेकिन दो दिन बाद उसने मुझे 5 लाख रुपये में दूसरे को बेच दिया. वह आदमी मुझे कोटा ले गया और बंधक बनाकर रखा. मुझे अपने परिवार से बात करने नहीं दी.
महिला ने आगे बताया कि उस शख़्स के चंगुल से कई बार भागने की कोशिश की. लेकिन असफल रही. आखिर में एक दिन मौका देखकर वह भाग निकली. महिला का कहना है कि उसे नहीं पता था कि उसे मृत घोषित कर दिया गया है. परिवार ने भी उसे समझकर किसी अन्य महिला अंतिम संस्कार कर दिया.
जब मामले का खुलासा हुआ तो मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने इस केस में गिरफ्तार एक शख़्स को ज़मानत दे दी. दूसरी तरफ, झाबुआ के पुलिस अधीक्षक (SP) पद्म विलोचन शुक्ला ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
पुलिस मामले को फिर से खोल रही है. सभी सबूतों की फिर से जांच कर रही है.
एडिशनल SP प्रेम लाल कुर्वे ने कहा कि शुरुआती जांच परिवार की ओर से बताई गई जानकारियों पर आधारित थी. उस समय हमने एक अज्ञात शव बरामद किया था. वॉट्सऐप पर उसकी फोटो शेयर की थी. परिवार ने अपने रिश्तेदार के तौर पर शव की पुष्टि की थी. इसी के आधार पर हमने केस दर्ज किया और जांच शुरू की. अब जब वह वापस आ गई है तो हम फिर से तथ्यों की जांच कर रहे हैं.
वीडियो: मिस इंग्लैंड ने हैदराबाद में मिस वर्ल्ड 2025 के आयोजकों पर क्या गंभीर आरोप लगाये?