अहमदाबाद (Ahmedabad) में हुए प्लेन क्रैश ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इस विमान हादसे में 265 लोगों की जान चली गई. प्लेन अहमदाबाद से लंदन (London) जा रहा था. इस प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) की भी मौत हो गई. वह अपनी पत्नी अंजलि और बेटी से मिलने जा रहे थे. विजय रुपाणी के निधन की तारीख यानी 12 जून (12-06) से जुड़ा एक संयोग सामने आया है.
गाड़ियों और पुराने स्कूटर का नंबर भी '1206'... इसी तारीख को विजय रुपाणी की प्लेन क्रैश में गई जान
Vijay Rupani Gujrat के Rajkot शहर के रहने वाले थे. उनके निधन की खबर से शहर में मातम पसरा है. स्थानीय लोगों में वह काफी पॉपुलर थे. उनके करीबियों ने बताया कि जो लोग उन्हें जानते हैं, वो हमेशा पूर्व सीएम को उनकी विनम्रता के लिए याद रखेंगे

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, विजय रुपाणी की सभी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नंबर 1206 था. इसमें उनकी पहली कार और सालों पुराना स्कूटर भी शामिल है. संयोग की बात है कि उनके जीवन की आखिरी तारीख भी 12-06 रही.
सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने विजय रुपाणी के निधन पर शोक जताया है. पंजाब बीजेपी के चीफ सुनील जाखड़ ने बताया कि रुपाणी पंजाब बीजेपी के प्रभारी थे. और 19 जून को लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के चलते 5 से 12 जून तक की ब्रिटेन की अपनी फैमिली ट्रिप को कैंसिल कर दिया था.
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में सुनील जाखड़ ने बताया,
यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. नियति और भाग्य ने ऐसा खेल दिखाया कि वह खतरे में आ गए. उन्हें 5 जून को अपनी पत्नी के साथ जाना था. लेकिन लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव में प्रचार करने के लिए उन्होंने अपनी ट्रिप रिशेड्यूल कर दी.
विजय रुपाणी गुजरात के राजकोट शहर के रहने वाले थे. उनके निधन की खबर से शहर में मातम पसरा है. स्थानीय लोगों में वह काफी पॉपुलर थे. उनके करीबियों ने बताया कि जो लोग उन्हें जानते हैं, वो हमेशा पूर्व सीएम को उनकी विनम्रता के लिए याद रखेंगे. वह सिर्फ एक राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि एक ऐसे शख्स थे जो अपने पड़ोसियों के लिए भी समय निकाल लेते थे.
जिस समय रुपाणी गुजरात के सीएम थे उस समय उनकी इमेज 'कॉमन मैन' की थी. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सीएम के काफिले की एम्बर लाइटें हटवा दी थीं. और अपने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया था कि उनके काफिले के गुजरने के दौरान ट्रैफिक नहीं रोका जाए. विजय रुपाणी जब मुख्यमंत्री बने थे उस समय बीजेपी मुश्किल दौरे से गुजर रही थी. राज्य में जाति और समुदाय के आंदोलन चरम पर थे.
विजय रुपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यामांर के यांगून में हुआ था. एक जैन परिवार में जन्मे रुपाणी अपने माता-पिता की सातवीं संतान थे. राजनीतिक अस्थिरता के चलते उनका परिवार साल 1960 में राजकोट आ गया.
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