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अब अल्मोड़ा में स्कूल के पास से 60KG विस्फोटक मिला, पुलिस जांच में जुटी पुलिस

Almora Explosive find near School: उत्तराखंड के अल्मोड़ा के एक राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास शुक्रवार को भारी मात्रा में संदिग्ध विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है. झाड़ियों में छिपाकर रखे गए 161 बेलनाकार पैकेट मिले हैं. घटना का खुलासा तब हुआ जब विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य सुभाष सिंह को झाड़ियों में संदिग्ध पैकेट दिखाई दिए.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के एक सरकारी स्कूल के पास ‘संदिग्ध विस्फोटक’ के 161 पैकेट बरामद किए गए हैं. पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल की सूचना पर ये पैकेट बरामद किए हैं. सूत्रों के मुताबिक इनका वजन करीब 60 किग्रा है. पुलिस अब जांच में जुट गई है कि आखिर ये वहां कैसे पहुंचे. पुलिस ने लोगों से भी सावधानी बरतने और किसी तरह की अफवाह से बचने की अपील की है.

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बच्चों को मिली थीं संदिग्ध चीजें

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अल्मोड़ा के डबरना सरकारी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने गुरुवार 20 नवंबर को स्थानीय थाने को फोन करके यह जानकारी दी थी. उन्होंने पुलिस को बताया कि स्कूल के पास खेलते समय कुछ बच्चों ने पास की झाड़ियों में एक संदिग्ध चीज बिखरी हुई देखी. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी की. इसके बाद साइट से संदिग्ध विस्फोटक वाली 161 स्टिक्स बरामद की गईं.

SSP ने क्या बताया?

SSP देवेंद्र पिंचा ने शुक्रवार 21 नवंबर की रात बताया कि विस्फोटक जिलेटिन स्टिक जैसे हैं. ये आमतौर पर सड़क बनाने के काम में पत्थर ब्लास्टिंग के लिए इस्तेमाल होते हैं. पिंचा ने कहा कि एक टीम इस बात की विस्तार से जांच कर रही है कि ये स्टिक्स वहां कौन और किस उद्देश्य से लाया था. उन्होंने लोगों से इस मामले में अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की.

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मामले से जुड़ी FIR में बताया गया कि पुलिस ने 161 सिलिंड्रिकल प्लास्टिक पैकेट जब्त किए हैं. इन पर “901 emulsion explosives 125 gm by SBL Energy Limited” लिखा है. इन सभी पैकेटों को सील कर दिया गया है. 

वहीं, बम निरोधक दस्ते के मेमो में कहा गया है कि बरामद जिलेटिन की स्टिक्स तब तक खतरनाक हो सकती हैं, जब तक उन्हें ब्लास्ट या न्यूट्रलाइज नहीं किया जाता.

इन धाराओं में केस दर्ज 

वहीं, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ विस्फोटक सब्सटेंस एक्ट 1908 के सेक्शन 4 के तहत FIR दर्ज की है. यह सेक्शन जान या माल को खतरे में डालने के इरादे से धमाका करने की कोशिश करने या विस्फोटक बनाने या रखने से जुड़ा है. इसके अलावा, BNS सेक्शन 288 के तहत भी FIR दर्ज की गई है. यह सेक्शन विस्फोटक के मामले में लापरवाही से काम करने से जुड़ा है.

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वीडियो: NIA ने लाल किला ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए विस्फोटक के बारे में क्या बताया?

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