अमेरिका में 17 वर्षीय निकिता कैसप को लेकर जांच एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है. आरोप है कि निकिता ने अपने माता-पिता की हत्या की थी. इसके बाद उसका अगला प्लान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने का था. ये सभी खुलासे फेडरल कोर्ट में जमा किए गए दस्तावेज़ों से सामने आए हैं.
निकिता को करनी थी ट्रंप की हत्या, पैसे जुटाने के लिए अपने मां-बाप को मार डाला
अमेरिकी जांच एजेंसियों का कहना है कि 17 साल के Nikita Casap को Donald Trump की हत्या के लिए पैसे चाहिए थे. इसलिए उसने अपने मां-बाप को मार डाला.

फेडरल एजेंसियों का कहना है कि 11 फरवरी 2015 को निकिता ने पहले अपनी 35 वर्षीय मां टाटियाना कैसप को गोली मारी. इसके बाद उसने अपने 51 वर्षीय सौतेले पिता डोनाल्ड मायर को भी गोली मार दी. दोनों के शरीर पर गोलियों के कई निशान मिले थे.
जांच एजेंसियों का मानना है कि निकिता ने ये हत्याएं राष्ट्रपति को निशाना बनाने वाली अपनी चरमपंथी साजिश को अंजाम देने के लिए की थीं. उसका मकसद ‘पैसा और आज़ादी’ हासिल करना था, जिससे वह आसानी से ट्रंप की सरकार को गिरा सके. हालांकि, वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सका.
निकिता कैसप पर वौकेशा काउंटी में नौ गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इनमें जानबूझकर हत्या के दो मामले, शव छिपाने के दो मामले, पहचान छुपाना और 10,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.6 लाख रुपये) से अधिक की चोरी शामिल है.
इसके अलावा, राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या की साजिश और सामूहिक विनाश के हथियार (Weapons of Mass Destruction) के इस्तेमाल की कोशिश को लेकर उस पर फेडरल जांच भी चल रही है. निकिता को पहली बार कंसास में गिरफ्तार किया गया था, जब उसने कथित रूप से अपने सौतेले पिता की एसयूवी चुरा ली थी.
CNN के मुताबिक एक फेडरल एफिडेविट के अनुसार कैसप का संबंध नाजी विचारधारा रखने वालों से भी है. कैसप के पास लिखित दस्तावेज और टेक्स्ट मैसेज मिले थे. इनमें उसने ट्रंप की हत्या और अमेरिकी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था. एफिडेविट में कहा गया है कि कैसप के फोन में नाजी समूह ‘द ऑर्डर ऑफ नाइन एंजल्स’ से जुड़ी चीजें मिली थीं. ये कथित तौर पर नए जमाने के नाजियों का एक ग्रुप है. यह भी दावा किया गया है कि कैसप ने हिंसक क्रांति की योजना बनाने के बारे में कई लोगों से बात की थी.
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सीएनएन के अनुसार, FBI को मिले तीन पेज के दस्तावेज के एक हिस्से में लिखा है,
हिटलर की जय हो, श्वेत जाति की जय हो.
सामने आए कई डॉक्युमेंट्स में यहूदियों के खिलाफ नफरत भरी बातें सामने आई हैं. इसमें श्वेत लोगों को यहूदियों के नियंत्रण वाले नेताओं से बचाने की बातें कही जा रही हैं. निकिटा कैसप 9 अप्रैल को शुरुआती सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुआ. वो फिलहाल 1 मिलियन अमरीकी डॉलर (लगभग 8.6 करोड़ रुपये) के बॉन्ड पर हिरासत में हैं. उसे 7 मई को वापस अदालत में पेश होना है, जहां उसके खिलाफ आरोप तय किए जाएंंगे.
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