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UKSSSC पेपर लीक: असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन निलंबित, मुख्य आरोपी खालिद से कनेक्शन

साल 2018 से सहायक प्रोफेसर के पद पर तैनात सुमन क्वेश्चन पेपर बाहर भेजने वाले के सम्पर्क में थीं. आरोपी ने सुमन को प्रश्न पत्र हल करने के लिए प्रेरित किया. सुमन को पेपर का स्क्रीनशॉट भेजा गया था. उन्होंने इसके बारे में आयोग को सूचित न करके, बांबी पंवार नामक व्यक्ति को भेज दिया. जिसके बाद ये पेपर वायरल कर दिया गया.

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प्रोफेसर सुमन के खिलाफ थाना रायपुर में FIR भी दर्ज कराई गई है. (फोटो- X/PTI)

उत्तराखंड में UKSSSC पेपर लीक मामले में राज्य सरकार (UKSSSC Paper Leak) लगातार एक के बाद एक एक्शन ले रही है. सरकार ने टिहरी में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया है. प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने पेपर के सवालों के जवाब उपलब्ध कराए थे.  

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आजतक से जुड़े अंकित शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक सुमन पर पेपर लीक के आरोपी खालिद द्वारा भेजे गए 12 सवालों के जवाब भेजने का आरोप है. सुमन, अगरोड़ा के राजकीय महाविद्यालय में हिस्ट्री की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं.

पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल कराया

आयोग के निलंबन लेटर में बताया गया कि साल 2018 से सहायक प्रोफेसर के पद पर तैनात सुमन क्वेश्चन पेपर बाहर भेजने वाले के सम्पर्क में थीं. आरोपी ने सुमन को प्रश्न पत्र हल करने के लिए प्रेरित किया. सुमन को पेपर का स्क्रीनशॉट भेजा गया था. उन्होंने इसके बारे में आयोग को सूचित न करके, बांबी पंवार नामक व्यक्ति को भेज दिया. जिसके बाद ये पेपर वायरल कर दिया गया.

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आयोग ने ये भी कहा कि सुमन इस परीक्षा में गलत नीयत से सॉल्वर के रूप में लिप्त पाई गई हैं. सुमन ने आयोग की शुचिता, निष्पक्षता और गोपनीयता को भंग किया है. रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर सुमन के खिलाफ थाना रायपुर में FIR भी दर्ज कराई गई है.

2 पुलिसकर्मी निलंबित

उधर, पेपर लीक मामले में हरिद्वार में भी एक्शन लिया गया. SSP प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने एग्जाम सेंटर पर ड्यूटी कर रहे 2 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादरपुर जट में तैनात SI रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को निलंबित किया गया है. दोनों पर ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता न दिखाने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है.

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पेपर लीक की जांच CO रुड़की नरेन्द्र पंत को सौंपी गई है. उन्हें 1 हफ्ते में जांच की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि 21 सितंबर को एग्जाम का पेपर शुरू होने के आधे घंटे के बाद वॉट्सऐप पर लीक हो गया था.

इससे पहले सरकार ने सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी को निलंबित किया था. तिवारी हरिद्वार क्षेत्र में एग्जाम के सुरक्षा और प्रबंधन के प्रभारी थे. इसके अलावा मुख्य आरोपी खालिद सहित अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. ASP जया बलूनी के नेतृत्व में एक रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की निगरानी में पूरे मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.

उधर, UKSSSC पेपर लीक को लेकर छात्र देहरादून, पौड़ी, चंपावत और चमोली में आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन का आज चौथा दिन है. छात्रों की मांग है कि पेपर लीक माफियाओं को पकड़ा जाए और एग्जाम पारदर्शिता के साथ दोबारा आयोजित किया जाए. मामले में जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि खालिद नाम के एक कैंडिडेट ने चार अलग-अलग सेंटरों से रजिस्ट्रेशन किया था.

खालिद पर ये भी आरोप है कि उसकी बहन साबिया ने टिहरी स्थित एक सहायक प्रोफेसर को पेपर भेजा. जहां इसे सॉल्व किया गया और खालिद तक पहुंचाया गया.

वीडियो: UKSSSC पेपर लीक पर प्रोटेस्ट, 3 दिन से धरने पर बैठे छात्र, सीएम धामी ने क्या कहा?

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