उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस नेता उदित राज को अवसरवादी और दलबदलू नेता बताया है. हाल ही में उदित राज ने कहा था कि मायावती ने दलितों के सामाजिक आंदोलन का गला घोट दिया, इसलिए अब उनका गला घोटने का समय आ गया है. इसी बयान पर 18 फरवरी को मायावती की प्रतिक्रिया आई.
उदित राज ने मायावती का 'गला घोटने' की बात की थी, अब बसपा प्रमुख का जवाब आया है
मायावती से पहले उनके भतीजे और बसपा नेता आकाश आनंद ने उदित राज को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने उदित राज को ‘चमचा’ तक कहा. इस बीच उदित राज ने सफाई दी है कि उनके बयान का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी बात को पार्टी से न जोड़ा जाए.

आजतक से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के अनुसार, उदित राज ने महाभारत के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा था,
“अर्जुन ने कृष्ण से पूछा कि अपने सगे-संबंधियों को कैसे मारेंगे? कृष्ण ने कहा कि कोई सगा संबंधी नहीं है. न्याय के लिए लड़ो, अपने लोगों को ही मार दो.”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा,
“हमारे कृष्ण ने मुझे कह दिया है कि सबसे पहले जो अपना दुश्मन है, उसी को मार दो. जो सामाजिक न्याय का दुश्मन है, जो मैंने अपनी प्रेस रिलीज में लिख दिया है. मायावती ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोटा है, अब उनका गला घोटने का समय आ गया है.”
उदित राज के इसी बयान पर मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस नेता का नाम लिए बिना X पर पोस्ट किया,
"कुछ दलबदलू अवसरवादी व स्वार्थी दलित लोग अपने आक़ाओं को खुश करने के लिए जो अनर्गल बयानबाजी आदि करते रहते हैं, उनसे भी बहुजन समाज को सावधान रहने व उन्हें गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत है. क्योंकि वे टसामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति’ मूवमेन्ट से अनभिज्ञ व अपरिचित हैं."
मायावती से पहले उनके भतीजे और बसपा नेता आकाश आनंद ने उदित राज को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने उदित राज को ‘चमचा’ तक कहा. X पर आकाश आनंद ने लिखा, “आज लखनऊ में मान्यवर कांशीराम साहेब के कुछ पुराने सहयोगी और कभी भाजपा कभी कांग्रेसी चमचे उदितराज ने साहेब के मिशन पर लंबा चौड़ा ज्ञान दिया है. जबकि उदितराज अपने स्वार्थ के लिए दूसरे दलों में मौका तलाशने के लिए कुख्यात है. उसे बहुजन मूवमेंट की चिंता सिर्फ इसलिए है ताकि वो किसी दल की चमचागिरी कर के सांसद या विधायक बन सके. इसका बहुजन समाज के उत्थान से कोई लेना देना नहीं है.”
आकाश ने आगे लिखा UP पुलिस 24 घंटे में उदित राज को गिरफ्तार करे, वर्ना बहुजन समाज चुप नहीं बैठेगा.
बीजेपी को भी इस विवाद के बहाने कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया. बीजेपी IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उदित के बयान को ‘हिंसक’ बता दिया. उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस के भीतर इतनी झुंझलाहट बढ़ गई है कि अब भाषा और राजनीति, दोनों में हिंसा का भाव हावी हो चुका है.
इस बीच उदित राज ने सफाई दी है कि उनके बयान का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी बात को पार्टी से न जोड़ा जाए.
उदित राज ने बीएसपी को ‘बीजेपी की बी टीम’ बताया. साथ ही फिर कहा कि पूरे बहुजन आंदोलन का ‘गला काटने’ वाले को घर बैठाने का समय आ गया है.
उदित राज पूर्व सिविल सर्वेंट हैं. बाद में राजनीति आए. बसपा संस्थापक काशीराम के साथ काम किया. लेकिन बाद में पार्टियां बदलते रहे. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली सीट से चुनाव जीता. लेकिन 2019 में बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया. बाद में उदित राज ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली से ही कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वे बीजेपी के योगेन्द्र चंदोलिया से हार गए थे.
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