भारत से फरार आर्थिक अपराधियों को वापस लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. इसको लेकर एक नई जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट है कि जुलाई महीने में ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) की एक टीम ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) का दौरा किया था. इसमें पांच सदस्य थे. इस दौरे का उद्देश्य ब्रिटेन की अदालतों को ये दिखाना था कि इन आरोपियों को तिहाड़ जेल में सुरक्षित माहौल मिलेगा.
माल्या और नीरव जैसे भगोड़े तिहाड़ जेल पहुंचेंगे? 5 ब्रिटिश अफसर जेल देखकर वापस लौटे
Vijay Mallya और Nirav Modi जैसे भगोड़ों के प्रत्यपर्ण के सिलसिले में ब्रिटिश अफसर Tihar Jail का दौरा करने पहुंचे. इसमें पांच सदस्य थे. इस दौरे का उद्देश्य ब्रिटेन की अदालतों को ये दिखाना था कि इन आरोपियों को तिहाड़ जेल में सुरक्षित माहौल मिलेगा.


ब्रिटेन की अदालतों ने कई मामलों में भारत की प्रत्यर्पण याचिकाएं खारिज कर दी थीं. इसका कारण तिहाड़ जेल की स्थिति को बताया गया. इसके बाद भारत सरकार ने अदालतों को आश्वासन दिया कि जेल में आरोपियों के साथ मारपीट नहीं होगी और न ही उनसे गैरकानूनी पूछताछ की जाएगी. CPS टीम को बताया गया कि जेल में उन्हें मानवाधिकारों के अनुरूप सुविधाएं दी जाएंगी.
जेल के अधिकारियों ने CPS टीम को ये भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ने पर जेल परिसर में एक विशेष ‘एन्क्लेव’ बनाया जाएगा, जहां विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे हाई-प्रोफाइल आरोपियों को सुरक्षित रखा जा सके. ब्रिटेन से आए अधिकारियों ने जेल के हाई-सिक्योरिटी वार्ड का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां के कैदियों से भी बातचीत की.
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कितने लोगों का प्रत्यर्पण लंबित है?विदेश में भारत के 178 प्रत्यर्पण अनुरोध पेंडिंग हैं. इनमें से 20 ब्रिटेन में हैं, जिनमें विजय माल्या, नीरव मोदी, हथियार कारोबारी संजय भंडारी और कई खालिस्तानी नेताओं के नाम शामिल हैं. केंद्र सरकार इन मामलों को लेकर ब्रिटेन सरकार के संपर्क में है.
विजय माल्या पर भारत में लगभग 9,000 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के कई मामले चल रहे हैं. साल 2016 में वो देश छोड़कर भाग गया था. 5 जनवरी, 2019 को मुंबई की विशेष अदालत ने माल्या को 'भगोड़ा' घोषित कर दिया था.
हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ करीब 14,500 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप है. ये दोनों साल 2018 में ही भारत छोड़कर फरार हो चुके हैं. नीरव मोदी को 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था.
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