उत्तर प्रदेश में प्रशासन और पुलिस रमजान, ईद और होली को लेकर सुरक्षा की तैयारियां करने में जुटे हैं. पश्चिमी यूपी का संभल जिला सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माना जा रहा है. यहां पुलिस अलर्ट पर है. दोनों समुदायों के लोगों के साथ जिले में पुलिस ने बैठक भी बुलाई. इस दौरान संभल के CO अनुज चौधरी ने ‘असामाजिक तत्वों’ को कड़ी हिदायत दी है. उन्होंने लोगों से जिले में शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. लेकिन ये भी कहा कि जिसे रंग से परहेज है, वो घर से बाहर न निकले.
होली और जुमा एक ही दिन, सुरक्षा को लेकर संभल के CO बोले- 'जिसे रंग से परहेज, वो घर में ही रहे'
अनुज चौधरी ने कहा, “अगर किसी को रंग से आपत्ति है, तो उस दिन घर से बाहर निकलने की गलती न करें. उस दिन पूजा-पाठ या नमाज आदि घर के अंदर से ही करें. क्योंकि हर जगह भगवान और अल्लाह है. पुलिस किसी भी सूरत में कानून का उल्लंघन नहीं होने देगी.”

इंडिया टुडे से जुड़े अभिनव माथुर से बातचीत के दौरान संभल CO अनुज चौधरी ने कहा कि अगर आप अपने धर्म का सम्मान करते हैं, तो दूसरे धर्म के लोगों को 'कीड़ा-मकोड़ा न समझें'. पुलिस अधिकारी ने पीस कमेटी की मीटिंग के बाद कहा,
“इस बार होली जुमे के दिन ही पड़ रही है. जो लोग बैठक में नहीं आए हैं, उनको बता दिया जाए कि साल में 52 बार जुमा आता है. लेकिन होली एक दिन मनाई जाती है. जिसको होली खेलनी हो, और जिस भाई के अंदर होली खेलने की क्षमता हो, वही घर से बाहर निकले. वर्ना घर के अंदर रहकर ही नमाज पढ़ें. पुलिस-प्रशासन किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है.”
अनुज चौधरी ने कहा कि जिस तरह मुस्लिम समाज के लोग पूरे साल ईद का इंतजार करते हैं, ठीक वैसी ही होली भी हिंदुओं के मिलन का त्योहार है. उन्होंने कहा,
“अगर किसी को रंग से आपत्ति है, तो उस दिन घर से बाहर निकलने की गलती न करें. उस दिन पूजा-पाठ या नमाज आदि घर के अंदर से ही करें. क्योंकि हर जगह भगवान और अल्लाह है. पुलिस किसी भी सूरत में कानून का उल्लंघन नहीं होने देगी.”
CO अनुज चौधरी ने ये भी कहा कि हिंदू पक्ष भी अनावश्यक किसी पर रंग न डाले. नियम सबके लिए समान हैं. उन्होंने कहा, “मुस्लिम समुदाय में से किसी को भी अगर ये लगता है कि होली के रंग से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा, तो वो उस दिन घर से न निकले. अगर निकले तो उनका इतना बड़ा दिन होना चाहिए कि भाई सब एक जैसे हैं.” अधिकारी ने आगे कहा,
“होली रंग डाल के, मिठाई खिला के, बुरा न मानो होली है कहकर मनाई जाती है.”
अनुज चौधरी ने कहा कि ईद में लोग सेवइयां बनाते हैं, गले मिलते हैं. एक दूसरे के घर जाते हैं. दोनों पक्ष एक-दूसरे का सम्मान करें. कोई अनावश्यक किसी पर रंग न डाले, अगर कोई हिंदू समाज का शख्स रंग से बच रहा है तो उस पर भी रंग न डालें.
विपक्ष ने की बयान की निंदाचौधरी के इस बयान की समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सर्वेन्द्र बिक्रम सिंह ने निंदा की है. बिक्रम ने कहा कि अधिकारियों को "भाजपा एजेंट के रूप में काम नहीं करना चाहिए". उन्होंने कहा,
"अधिकारी मुख्यमंत्री की नजरों में बने रहने के लिए उनकी नकल कर रहे हैं. ऐसे बयान देने वालों और खुलेआम अपने पक्षपात का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. ये निंदनीय है और अधिकारियों को भाजपा के एजेंट की तरह काम नहीं करना चाहिए."
उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के उपाध्यक्ष मनीष हिंदवी ने कहा,
"कोई भी अधिकारी, चाहे वो कोई भी हो, उसे धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए. तभी इस देश में शासन ठीक से चल सकता है. अन्यथा, इससे अराजकता फैल जाएगी. अगर किसी धर्म विशेष के लोग रंगों से खेलने पर असहजता व्यक्त करते हैं, तो अधिकारी का कर्तव्य ये सुनिश्चित करना है कि भय या असुरक्षा का माहौल न बने.”
उन्होंने आगे कहा,
"ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जहां होली भी मनाई जाए और नमाज भी शांतिपूर्वक अदा की जाए. ये कहना कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमे की नमाज 52 बार होती है और जो लोग रंगों से नफरत करते हैं, उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए, ये एक राजनीतिक बयान है."
हिंदवी ने ये भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग इस तरह की बातें करते हैं. एक अधिकारी के तौर पर कोई इस तरह की बातें नहीं कर सकता, नहीं तो कल को वो कह सकते हैं कि वो सिर्फ हिंदुओं की सुरक्षा करेंगे, मुसलमानों की नहीं.
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