रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को दो दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे. विदेश मंत्रालय ने पुतिन के भारत दौरे की पुष्टि कर दी है. भारत दौरे के दौरान पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे. 2022 में यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है. इससे पहले पुतिन और मोदी हाल में हुए SCO समिट में मिले थे.
व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को भारत आएंगे, रूसी तेल और S-400 सहित इन मुद्दों पर हो सकती है बातचीत
India Russia Annual Summit: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को 2 दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे. 2022 में यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है.


इस हफ्ते की शुरुआत में विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया था कि पुतिन भारत और रूस के बीच सालाना समिट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग के लिए भारत आएंगे. शुक्रवार 28 नवंबर को MEA ने कंफर्म किया कि प्रधानमंत्री मोदी के बुलावे पर पुतिन 23वें भारत-रूस सालाना समिट में शामिल होने भारत आएंगे. हर साल दोनों देश बारी-बारी से इस बैठक की मेजबानी करते हैं. इस बार इसकी मेजबानी भारत कर रहा है.
MEA के बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति पुतिन इस स्टेट विजिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ मीटिंग करेंगे. इसके साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी रूसी राष्ट्रपति का स्वागत करेंगी. उनके सम्मान में राष्ट्रपति भवन में डिनर का आयोजन किया जाएगा.
MEA ने आगे कहा कि व्लादिमीर पुतिन के दौरे के दौरान दोनों देशों के आपसी रिश्तों में हुई तरक्की का रिव्यू किया जाएगा. ‘स्पेशल और प्रिविलेज्ड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप’ को मजबूत करने पर भी बात होगी. इसके अलावा, आपसी सहयोग के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए जाएंगे.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच कुछ और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने पर बात हो सकती है. भारत 5 और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है. बताते चलें कि यह वही सिस्टम है, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान काफी असरदार साबित हुए थे. 5 दिसंबर को पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात में इस पर चर्चा हो सकती है. पुतिन की आगामी भारत यात्रा में कच्चे तेल का व्यापार एक अहम मुद्दा हो सकता है. रूस, भारत को तेल खरीद पर छूट जारी रखने की पेशकश कर सकता है.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया कि Su-57 लड़ाकू विमान भी चर्चा का विषय हो सकता है. दरअसल, रूस चाहता है कि भारत उसके Su-57 फाइटर जेट खरीदे, जो अमेरिका के F-35 का विकल्प बताए जा रहे हैं.
इसके अलावा, रूस-यूक्रेन युद्ध पर बातचीत हो सकती है. इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पहले भी कई बार शांति की अपील कर चुके हैं. हाल ही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की थी. उन्होंने दोहराया था कि भारत चाहता है कि युद्ध जल्दी खत्म हो और शांति कायम हो.
इससे पहले भारत कब आए थे पुतिन?फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से यह पुतिन का भारत का पहला दौरा होगा. उनका पिछला दौरा दिसंबर 2021 में सालाना समिट के लिए हुआ था. वहीं, पीएम मोदी ने पिछले साल जुलाई में मॉस्को में इसी समिट में हिस्सा लिया था.
वीडियो: पीएम मोदी और पुतिन के बीच SCO समिट में क्या बात हुई?



















