The Lallantop

कॉलेज कैंटीन की चाय पीते ही मेडिकल छात्रा की तबीयत बिगड़ी, हालत गंभीर, वेंटिलेटर लगाया गया

Jharkhand News: पुलिस का कहना है कि उन्होंने चाय देने वाले कैंटीन कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. छात्रा की चाय में जहर डालने का शक जताया गया है.

Advertisement
post-main-image
छात्रा की हालत गंभीर है. (सांकेतिक तस्वीर: इंडिया टुडे)
author-image
सत्यजीत कुमार

झारखंड की राजधानी रांची स्थित राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) की एक छात्रा की हालत गंभीर है. आरोप लगे हैं कि कॉलेज कैंटीन की चाय पीने के बाद, 25 साल की छात्रा की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. संदेह जताया जा रहा है कि ये चाय में जहर देने का मामला हो सकता है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा है कि वो इस मामले की जांच कराएंगे. उन्होंने बताया है कि कैंटीन संचालक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है और कैंटीन को सील कर दिया गया है.

Add Lallantop As A Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले को लेकर RIMS निदेशक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि निदेशक को तत्काल बर्खास्त किया जाए, क्योंकि उन्होंने अस्पताल को राजनीति का अड्डा बना दिया है. इरफान अंसारी ने कहा कि वो खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. अगर किसी भी मानक या प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

RIMS रांची में हुआ क्या?

पीड़िता ऑब्सटेट्रिक्स और गायनाकोलॉजी विभाग में पोस्ट ग्रेजुएशन की फर्स्ट ईयर की छात्रा हैं. 21 अगस्त की रात को उन्होंने कैंटीन से चाय मंगाई. अधिकारियों ने बताया कि छात्रा ने चाय को फ्लास्क में डाला, ताकि वो बाद में उसे पी सकें. ड्यूटी के बाद उन्होंने चाय पी और पीते ही बेहोश हो गईं.

Advertisement

RIMS जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजीव रंजन ने इंडिया टुडे ग्रुप को बताया कि चाय पीते समय छात्रा ने शिकायत की थी कि उसमें केरोसिन जैसी दुर्गंध है और उसका स्वाद भी खराब है. अधिकारी ने कहा,

छात्रा रात्रिकालीन ड्यूटी पर थी. वो अपनी अन्य सहेलियों के साथ थी. उसने सबसे पहले चाय पी. एक-दो घूंट के बाद ही उसने खराब स्वाद और दुर्गंध की शिकायत की. इससे पहले कि कोई समाधान सामने आता, उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उसे इलाज के लिए तुरंत ले जाया गया.

पीड़िता के साथ कई अन्य छात्र भी थे. लेकिन छात्रा ने सबसे पहले चाय पी और उनकी शिकायत के बाद किसी और ने चाय नहीं पी.

Advertisement
जहर दिए जाने का संदेह

डॉ. रंजन ने बताया कि फ्लास्क और अन्य सामग्री टॉक्सिकोलॉजी टेस्ट के लिए भेजी गई है. उन्होंने कहा,

छात्रा क्रिटिकल केयर यूनिट में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. उनकी हालत अचानक बिगड़ी… इसके कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. प्रथम दृष्टया जहर दिए जाने का संदेह है.

ये भी पढ़ें: मनीषा मर्डर केस- रिपोर्ट सामने आते ही कहानी पलट गई, जहर मिला लेकिन' रेप नहीं'!

पुलिस ने क्या कहा?

इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि उन्होंने चाय देने वाले कैंटीन कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. मामला स्पष्ट होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

वीडियो: मुस्लिम प्रिंसिपल को हटाने के लिए स्कूल के पानी में मिलाया जहर

Advertisement